अपुलिया (इटली): इटली में चल रहे G7 शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति से इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात की। इस दौरान हुई द्विपक्षीय वार्ता में भारत और फ्रांस ने अपनी रणनीतिक साझेदारी को नए मुकाम तक ले जाने की प्रतिबद्धता जाहिर की। राष्ट्रपति मैक्रों ने मोदी को लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के लिए हार्दिक शुभकामनाएं दीं। पीएम मोदी ने इसके लिए राष्ट्रपति मैक्रों को धन्यवाद किया। इसके साथ ही दोनों नेताओं ने 'क्षितिज 2047' और इंडो-पैसिफिक रोडमैप पर ध्यान केंद्रित करते हुए भारत-फ्रांस के द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की।
इस दौरान “दोनों नेताओं ने रक्षा, परमाणु, अंतरिक्ष, शिक्षा, जलवायु कार्रवाई, डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना, महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों, संपर्क व संस्कृति के क्षेत्रों में साझेदारी को और मजबूत बनाने के तरीकों पर चर्चा की। साथ ही 'मेक इन इंडिया' पर अधिक ध्यान देने एवं रणनीतिक रक्षा सहयोग को और तेज करने पर सहमत हुए। साथ ही 2025 में फ्रांस में आयोजित होने वाले आगामी एआई शिखर सम्मेलन और संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन के संदर्भ में मिलकर काम करते हुए एआई, महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों, ऊर्जा और खेल के क्षेत्र में सहयोग के विस्तार करने पर भी सहमत हुए।
वैश्विक व्यवस्था के लिए रणनीतिक साझेदारी को करेंगे और मजबूत
मोदी और मैक्रों ने वार्ता के दौरान प्रमुख वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि स्थिर और समृद्ध वैश्विक व्यवस्था के लिए भारत और फ्रांस के बीच एक मजबूत और भरोसेमंद रणनीतिक साझेदारी जरूरी है। इसे और अधिक ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए मिलकर काम करने पर सहमति व्यक्त की गई। वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने आगामी पेरिस ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों के लिए राष्ट्रपति मैक्रों को शुभकामनाएं दीं।
तीसरी बार पीएम बनने के बाद मोदी की पहली विदेश यात्रा
बता दें कि तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद यह मोदी की पहली विदेश यात्रा है। मोदी और मैक्रों की पिछली मुलाकात जनवरी में हुई थी, जब फ्रांस के राष्ट्रपति भारत के 75वें गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल हुए थे। दोनों नेताओं ने अपनी पिछली बैठक के दौरान द्विपक्षीय सहयोग और अंतरराष्ट्रीय साझेदारी के लिए अपने साझा दृष्टिकोण की पुष्टि की थी, जिसे ‘होराइजन 2047’ और जुलाई 2023 शिखर सम्मेलन के अन्य दस्तावेजों में रेखांकित किया गया है।
‘होराइजन 2047’ रोडमैप भारत की स्वतंत्रता के शताब्दी वर्ष के लिए द्विपक्षीय संबंधों के संदर्भ में महत्वाकांक्षी और व्यापक कार्यक्रम निर्धारित करता है। उल्लेखनीय है कि पीएम मोदी इतालवी प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के निमंत्रण पर 50वें जी7 शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। वह अन्य आमंत्रित देशों के नेताओं व पोप फ्रांसिस के साथ कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई), ऊर्जा, अफ्रीका और भूमध्य सागर से संबंधित एक सत्र को संबोधित करेंगे।
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