प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी की शानदार केमिस्ट्री के चलते भारत और इटली के रिश्ते लगातार गहरे होते जा रहे हैं। इलटी ने अब भारत के लोगों के लिए अपना द्वार खोल दिया है। इन दिनों विदेश मंत्री एस.जयशंकर इटली दौरे पर हैं। वहां उन्होंने अपने समकक्ष एंतोनिया ताजानी के साथ एक व्यापक व सार्थक बैठक की है। इस दौरान भारत और इटली के बीच महत्वपूर्ण समझौता हुआ है। इसके बाद अब भारतीय श्रमिकों, छात्रों और व्यवसायियों को इटली जाना काफी आसान हो जाएगा। इससे तरक्की और विकास के नए मार्ग खुल सकेंगे।
दरअसल भारत और इटली ने श्रमिकों, छात्रों तथा पेशेवरों की निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए आवाजाही व प्रवासन साझेदारी समझौते पर हस्ताक्षर किया है। जयशंकर पुर्तगाल और इटली की अपनी चार दिवसीय यात्रा के अंतिम चरण में यहां पहुंचे हैं। विदेश मंत्री ने बैठक के बाद सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘ आज विदेश मंत्री एंतोनिया ताजानी के साथ एक व्यापक तथा सार्थक बैठक की।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ हमारी रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने के बारे में बातचीत की। इस बात पर सहमति व्यक्त की गई कि कृषि-प्रौद्योगिकी, नवाचार, अंतरिक्ष, रक्षा तथा डिजिटल क्षेत्र में संभावनाओं का पता लगाया जाना चाहिए।
इन मुद्दों पर भी हुई चर्चा
दोनों नेताओं ने पश्चिम एशिया की स्थिति, यूक्रेन संघर्ष और हिंद-प्रशांत परिदृश्य पर विस्तार से बात की। जयशंकर ने कहा, ‘‘ हमारी पहल और जी20 की अध्यक्षता के लिए इटली के समर्थन की सराहना की।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ हमारी बातचीत के अंत में आवाजाही व प्रवासन साझेदारी समझौते और सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम पर हस्ताक्षर किए गए।’’ इटली में भारतीय समुदाय की अनुमानित आबादी 180,000 है। ब्रिटेन और नीदरलैंड के बाद यूरोप में यहां भारतीय सबसे अधिक हैं। (भाषा)
यह भी पढ़ें
Latest World News