द हेग (नीदरलैंड): हमास के साथ लड़ाई में फिलीस्तीनियों का नरसंहार करने के आरोपों का सामना कर रहे इजरायल ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र के कोर्ट में अपना बचाव किया है। इजरायल ने कहा है कि गाजा में इसकी लड़ाई इसके लोगों की न्यायसंगत रक्षा करने के लिए लड़ा जा रहा है। इजरायल ने यह भी कहा कि हमास आतंकी नरसंहार के दोषी हैं। इजरायल ने साउथ अफ्रीका द्वारा लगाए गए आरोपों को पाखंडपूर्ण बताया और कहा कि अंतरराष्ट्रीय अदालत के सामने आए आये इस मामले ने बदली हुई दुनिया को प्रदर्शित किया है।
‘इससे ज्यादा झूठा आरोप शायद ही हो सकता है’
इजरायली नेताओं ने हमास के 7 अक्टूबर के हमले के न्यायसंगत जवाब के रूप में गाजा में किये गए अपने हवाई और जमीनी हमले का बचाव किया। इजरायल पर किये गये हमास आतंकियों के इस हमले में लगभग 1200 लोग मारे गए थे और लगभग 250 को बंधक बना लिया गया। इजरायली कानूनी सलाहकार ताल बेकर ने हेग के पैलेस ऑफ पीस के खचाखच भरे सभागार में कहा कि देश एक ऐसा युद्ध लड़ रहा है, जिसे उसने शुरू नहीं किया था और न ही चाहता था। उन्होंने कहा, ‘इन परिस्थितियों में, इजरायल के खिलाफ नरसंहार के आरोप से अधिक झूठा और अधिक द्वेषपूर्ण आरोप शायद ही कोई हो सकता है।’
‘महिलाओं, पुरुषों और बच्चों तक का रेप किया’
साउथ अफ्रीका के वकीलों ने एक दिन पहले कोर्ट से 23 लाख की आबादी वाले तटीय क्षेत्र गाजा पट्टी में इजरायल के सैन्य ऑपरेशन को तत्काल रोकने का आदेश जारी करने का अनुरोध किया था। बेकर ने 7 अक्टूबर के हमले का जिक्र करते हुए कहा, ‘उन्होंने बच्चों को माता-पिता के सामने और माता-पिता को बच्चों के सामने प्रताड़ित किया, शिशुओं सहित लोगों को जिंदा जला दिया और कई महिलाओं, पुरुषों और बच्चों के साथ रेप किया।’ उन्होंने कहा कि गाजा में जंग को तत्काल रोकने के लिए साउथ अफ्रीका का अनुरोध, इजरायल को उस हमले के खिलाफ अपनी रक्षा करने से रोकने का प्रयास है।
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