इजरायल-हमास के चक्कर में यूक्रेन को भूल गई दुनिया? ऑस्टिन ने कीव पहुंचकर दिया बड़ा बयान
पिछले 21 महीनों से जारी रूस और यूक्रेन की बीच जंग से अब दुनिया को थकान महसूस होने लगी है और यही वजह है कि जेलेंस्की को भरोसा दिलाने के लिए ऑस्टिन ने कीव की यात्रा की।
कीव: पिछले कुछ दिनों में इजरायल और हमास के बीच जंग की खबरें लोगों की आंखों के सामने से ज्यादा गुजर रही हैं, और ऐसा लगता है कि दुनिया का ध्यान रूस-यूक्रेन की लड़ाई से हट गया है। हालांकि अमेरिका किसी भी कीमत पर यूक्रेन को अकेला महसूस नहीं होने देना चाहता है। यही वजह है कि अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने सोमवार को कीव की अघोषित यात्रा की। ऑस्टिन की यह यात्रा यूक्रेन को पैसे और हथियारों की सप्लाई लगातार सुनिश्चित करने के लिए हुई है। बता दें कि इजरायल-हमास संघर्ष से उत्पन्न नए वैश्विक जोखिमों के कारण अमेरिका और अंतरराष्ट्रीय संसाधन प्रभावित हुए हैं।
ट्रेन के जरिए कीव पहुंचे ऑस्टिन
पोलैंड से ट्रेन के जरिए कीव पहुंचे ऑस्टिन ने राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और रक्षा मंत्री रुस्तम उमेरोव से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि रूस के हमले को नाकाम बनाने के लिए यूक्रेन का प्रयास ‘शेष विश्व के लिए मायने रखता है’ और उसे अमेरिका का समर्थन ‘लंबे समय तक’ मिलता रहेगा। जेंलेंस्की ने कहा कि ऑस्टिन की यात्रा ‘यूक्रेन के लिए एक बहुत ही अहम संकेत है।’ उन्होंने अमेरिकी संसद कांग्रेस के साथ-साथ अमेरिकी नागरिकों को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देते हुए कहा, ‘हमें आपके समर्थन पर विश्वास है।’ यह ऑस्टिन की कीव की दूसरी यात्रा है।
‘यूक्रेन के साथ खड़ा रहेगा यूएस’
ऑस्टिन की पहली यात्रा रूस के हमले के ठीक 2 महीने बाद अप्रैल 2022 में हुई थी। इस समय पूरी दुनिया का ध्यान पश्चिम एशिया की ओर केंद्रित हो गया है और लगभग 21 महीने से जारी रूस-यूक्रेन युद्ध से थकान के संकेत मिलने लगे हैं। ऑस्टिन ने ‘X’ पर पोस्ट किया,‘मैं आज एक महत्वपूर्ण संदेश देने के लिए यहां आया हूं, अमेरिका रूस की आक्रामकता के खिलाफ आजादी की लड़ाई में यूक्रेन के साथ खड़ा रहेगा।’ लेकिन गाजा में लड़ाई यूक्रेन की लड़ाई से ध्यान और संसाधन की सप्लाई में कमी ला सकता है।
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यूक्रेन को मिली है अरबों डॉलर की मदद
7 अक्टूबर को इजरायल पर हमास के हमले और उसके बाद इजरायल द्वारा गाजा पर कई हफ्तों तक की गई विनाशकारी बमबारी के बाद से अमेरिका ने उन हमलों को क्षेत्रीय युद्ध में बदलने से रोकने के लिए तेजी से काम किया है, जिसमें 10 हजार से ज्यादा नागरिक मारे गए हैं। यूक्रेन को अब तक अमेरिका से 44 अरब अमेरिकी डॉलर और अन्य सहयोगियों से 35 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक के हथियार मिले हैं, जिसमें लाखों गोलियों से लेकर एयर डिफेंस सिस्टम, अडवांस्ड बैटल टैंक और आखिर में F-16 लड़ाकू जेट विमान की सप्लाई का वादा शामिल है।
आगे चलकर यूक्रेन को हो सकती है दिक्कत
यूक्रेन को अभी और ज्यादा मदद की जरूरत है और उसे हथियारों की सप्लाई के लगभग 20 महीनों के बाद इसमें कमी दिखाई देने लगी हैं। पोलैंड जैसे कुछ यूरोपीय देशों ने अपनी रक्षा के लिए पर्याप्त क्षमता बनाए रखने की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए समर्थन कम कर दिया है। हालांकि, जैसे-जैसे सर्दियां शुरू होंगी, जमीनी परिस्थितियों के कारण दोनों पक्षों के लिए बड़ी बढ़त हासिल करना ज्यादा मुश्किल हो जाएगा। अगर अमेरिकी सांसदों को लगता है कि ज्यादा पैसे की जरूरत से पहले इंतजार करने का समय है तो यह यूक्रेन के खिलाफ जा सकता है।