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खुलकर जेलेंस्की के समर्थन में आए फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों, यूक्रेनी प्रेसिडेंट के लिए कही ये बड़ी बात

मैक्रों ने कहा कि यूक्रेन के राष्ट्रपति का हिरोशिमा दौरा और इससे पहले अरब लीग शिखर सम्मेलन का दौरा जंग के बीच शांति बनाए ​रखने की जेलेंस्की की कोशिश एक सकारात्मक कदम है।

खुलकर जेलेंस्की के समर्थन में आए फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों, यूक्रेनी प्रेसिडेंट के लिए कही ये बड़- India TV Hindi Image Source : ANI खुलकर जेलेंस्की के समर्थन में आए फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों, यूक्रेनी प्रेसिडेंट के लिए कही ये बड़ी बात

France on Ukraine: यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के हिरोशिमा दौरे पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों का बयान आया है। मैक्रों ने कहा कि यूक्रेन के राष्ट्रपति का हिरोशिमा दौरा और इससे पहले अरब लीग शिखर सम्मेलन का दौरा जंग के बीच शांति बनाए ​रखने की जेलेंस्की की कोशिश एक सकारात्मक कदम है। मैक्रों ने रविवार को अपने ट्वीट संदेश में कहा कि 'यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंसकी के जेद्दाह में मुस्लिम देशों के अरब लीग सम्मेलन में शिरकत करने और रूस द्वारा थोपी गई जंग से इतर शांति के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन प्राप्त करने के लिए गुहार लगाने की कोशिश एक सही कूटनीति है। अरब लीग के बाद जेलेंस्की हिरोशिमा में जी7 समिट में हिस्सा लेने भी आए। यहां जेलेंस्की ने कई समकक्षों से बातचीत कर शांति बहाल करने के प्रयास किए। जंग की वजह से दुनिया को विभाजन से बचाने की दिशा में और शांति बनाने की दिशा में यह एक सकारात्मक प्रयास है। 

हाल ही में फ्रांस और जर्मनी के दौरे पर गए थे जेलेंस्की

इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की पिछले करीब एक सप्ताह पहले ही अचानक मैक्रों से मुलाकात के लिए फ्रांस के दौरे पर गए थे। उनकी यात्रा के दौरान रूस के खिलाफ युद्ध में यूक्रेन को सैन्य सहायता देने का नए सिरे से संकल्प जताया गया था। फ्रांस ने जेलेंस्की की यात्रा के लिए एक विमान जर्मनी भेजा था, जहां उन्होंने चांसलर ओलाफ शोल्ज से पिछले रविवार को मुलाकात की थी। इसके बाद  जेलेंस्की राष्ट्रपति मैक्रों से मुलाकात करने पेरिस आए थे

रूस के आक्रामक रुख की फ्रांस ने की निंदा

इसी बीच फ्रांस द्वारा बयान में कहा गया है कि 'यूक्रेन और फ्रांस के राष्ट्रपतियों ने यूक्रेन के खिलाफ रूस के आक्रामक युद्ध को लेकर फिर निंदा की। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा कि रूस के हमले पर यूक्रेन को आत्मर​क्षा का अधिकार है। इस आत्मरक्षा के अधिकार का उपयोग करने के प्रति यूक्रेन दृढ़ संकल्पित है। यूक्रेन ने दोहराया कि रूस को तुरंत और बिना शर्त के अपनी अंतरराष्ट्रीय सीमाओं के भीतर यूक्रेन के इलाकों से अपने सभी सैन्य बलों को वापस बुला लेना चाहिए। 

रूस से की ये बड़ी अपील

बयान में कहा गया है, 'फ्रांस और यूक्रेन विशेष रूप से रूस से Zaporizhzhya परमाणु ऊर्जा संयंत्र (ZNPP) से हटने का आह्वान करते हैं, जिनमें से गैर जिम्मेदाराना जब्ती और रूसी सशस्त्र बलों द्वारा सैन्यीकरण गंभीर खतरा पैदा कर रहा है।'फ्रांस यूक्रेन के लोगों और सशस्त्र बलों के दृढ़ संकल्प और साहस की सराहना करता है। साथ ही यूरोपीय महाद्वीप और उससे आगे की सुरक्षा में उनके महत्वपूर्ण योगदान को स्वीकार करता है।

हाल ही में मैक्रों ने कहा था 'यूरोपीय देश न बनें अमेरिका के पिछलग्गू'

पिछले दिनों फ्रांस के राष्ट्रपति चीन के दौरे पर गए थे। इसके बाद उन्होंने बड़ा बयान दिया था। मैक्रों ने कहा था कि यूरोप के देशों को अमेरिका का पिछलग्गू नहीं बनना चाहिए। अमेरिका के चश्मे से चीजों को देखना यूरोपीय देश बंद करें। यूरोपीय देशों को पहले अपने विकास के बारे में ध्यान देना चाहिए, न कि अमेरिका की हां में हां मिलाना चाहिए। 

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