पेरिस: फ्रांस ने भी अन्य यूरोपीय देशों की तरह रूसी विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद करने की घोषणा की। इसके जरिये पश्चिमी देश यूक्रेन पर आक्रमण का आदेश देने वाले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर दबाव बनाने का प्रयास कर रहे हैं। फ्रांस से पहले, जर्मनी, ऑस्ट्रिया, इटली, चेक गणराज्य, पोलैंड, स्लोवेनिया, एस्टोनिया, लातविया, लिथुआनिया, रोमानिया और लक्जमबर्ग ने रूसी विमानों के लिये अपने-अपने हवाई क्षेत्र बंद करने की घोषणा की।
फ्रांस के परिवहन मंत्री ज्यां-बैप्सिस्ट जेब्बारी ने रविवार को ट्वीट किया, ''यूरोप ने यूक्रेन पर रूस के हमले के बदले में एकजुट होकर प्रतिक्रिया दी है।'' वहीं, एयर फ्रांस ने घोषणा की कि वह सुरक्षा कारणों के चलते फ्रांस और रूस के बीच सभी उड़ानों को ''अगले नोटिस तक'' निलंबित कर रही है।
वहीं, आपको बता दें कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का बड़ा बयान सामने आया है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूसी आर्मी को बड़ा आदेश दिया है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि NATO देशों ने रूस के खिलाफ आक्रामण रवैया अपनाया। पुतिन ने डिटेरेंस फोर्स को हाई अलर्ट पर रखने का आदेश दिया है। साथ ही पुतिन ने न्यूक्लियर डेटरेंस फोर्स को कॉम्बैट ड्यूटी मोड में रहने का आदेश दिया है। रशियन आर्मी को भी स्पेशल कॉम्बैट ड्यूटी मोड में रखने का निर्देश दिया है। पुतिन ने परमाणु प्रतिरोधी बलों को अलर्ट पर रहने का निर्देश क्यों दिया है ये चिंता का विषय बना हुआ है।
(इनपुट- एजेंसी)
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