फ्रांस में ओलंपिक खेलों के उद्घाटन समारोह से पहले हाई-स्पीड ट्रेन नेटवर्क पर भयंकर तोड़फोड़ और हमला, खिलाड़ियों की चिंताएं बढ़ीं
फ्रांस में ओलंपिक खेलों के उद्घाटन समारोह से पहले हाईस्पीड रेल नेटवर्क पर भीषण हमला हुआ है। दावा किया जा रहा है कि इसमें विस्फोटकों का भी इस्तेमाल किया गया। घटना से 80 हजार से ज्यादा यात्री प्रभावित हुए हैं।
पेरिस, (रायटर्स): फ्रांस में ओलंपिक खेलों के उद्घाटन समारोह से पहले हाई स्पीड रेल नेटवर्क पर बड़ा भीषण हमला हुआ है। इससे रेललाइनों पर अराजकता फैल गई है। यह हाल तब है जब ओलंपिक खोलों में भाग लेने आए खिलाड़ियों की सुरक्षा में बड़े पैमाने पर पुलिस सुरक्षा के अलावा सेना के जवानों की भी तैनाती है। ऐसे में विभिन्न देशों से आए खिलाड़ी भी अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हो गए हैं। शुक्रवार को ही ओलंपिक खेलों का उद्घाटन होना है। मगर उससे पहले फ्रांस अराजकता की आग में जल उठा है। इससे पूरे दुनिया के खिलाड़ियों में दहशत फैल गई है।
बताया जा रहा है कि यह हमला और तोड़फोड़ फ्रांस के टीजीवी हाई-स्पीड ट्रेन नेटवर्क पर किया गया। इस घटना के बाद कल 27 जुलाई को होने वाले पेरिस ओलंपिक उद्घाटन समारोह से पहले देश की सबसे व्यस्त रेल लाइनों पर अराजकता फैल गई है। बता दें कि वैश्विक खेल महाकुंभ को किसी भी खतरे से बचाने के लिए हजारों सैनिकों और पुलिस के व्यापक सुरक्षा अभियान के बावजूद यह यह हमला होने से हर खिलाड़ी दहशत में है। सरकारी स्वामित्व वाले रेलवे ऑपरेटर ने कहा कि आगजनी करने वालों ने पेरिस को उत्तर में लिली, पश्चिम में बोर्डो और पूर्व में स्ट्रासबर्ग जैसे शहरों से जोड़ने वाली लाइनों पर सिग्नल बॉक्स को क्षतिग्रस्त कर दिया है। पेरिस-मार्सिले लाइन पर एक और हमला करने वाले थे, जिसे नाकाम कर दिया गया।
हजारों लोग फंसे रह गए
हमले और तोड़फोड़ के बाद एसएनसीएफ ने सभी यात्रियों से अपनी यात्रा स्थगित करने का आग्रह किया। क्षतिग्रस्त वस्तुएं के मरम्मत कार्य चल रहा था. लेकिन कम से कम सप्ताहांत के अंत तक यातायात गंभीर रूप से बाधित रहेगा। ट्रेनों को उनके प्रस्थान बिंदु पर वापस भेजा जा रहा है। इस घटना को लेकर तत्काल किसी की ओर से जिम्मेदारी नहीं ली गई है। इस बात का कोई संकेत नहीं मिला है कि हमले की यह कार्रवाई राजनीति से प्रेरित थी या नहीं। वहीं फ्रांस के परिवहन मंत्री पैट्रिस वर्गीटे ने गारे डु नॉर्ड में संवाददाताओं से कहा, "हर चीज हमें विश्वास दिलाती है कि ये आपराधिक कृत्य थे।"
विस्फोटकों का हुआ हमले में इस्तेमाल
फ्रांस के रेल नेटवर्क पर हुए हमले में विस्फोटकों का भी जमकर इस्तेमाल किया गया है। एसएनसीएफ ने कहा कि हमलों में विस्फोटक उपकरणों के इस्तेमाल से आग लगाकर अटलांटिक, उत्तरी और पूर्वी हाई-स्पीड लाइनों पर सिग्नलिंग प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया गया। एसएनसीएफ के प्रमुख जीन-पियरे फरांडो ने कहा कि फ्रांसीसी छुट्टियों के व्यस्त सप्ताहांत से पहले लगभग 800,000 यात्री प्रभावित हुए। मरम्मत के लिए हजारों रेल कर्मचारियों को तैनात किया गया है। मगर रेल नेटवर्क पर समन्वित हमले शुक्रवार को पेरिस के केंद्र में ओलंपिक उद्घाटन समारोह से पहले आशंका की भावना पैदा करेंगे।
फ्रांस को अस्थिर करना
पेरिस क्षेत्र के अध्यक्ष वैलेरी पेक्रेसे ने संवाददाताओं से कहा, "यह हमला कोई संयोग नहीं है, यह फ्रांस को अस्थिर करने का एक प्रयास है।" फ़्रांस इस आयोजन को सुरक्षित करने के लिए एक अभूतपूर्व शांतिकालीन सुरक्षा अभियान चला रहा है, जिसमें 45,000 से अधिक पुलिस, 10,000 सैनिक और 2,000 निजी सुरक्षा एजेंट तैनात हैं। इसको अलावा स्नाइपर भी छतों पर ड्रोन और हवा से निगरानी रखेंगे।
राजधानी को उद्घाटन समारोह के लिए बंद कर दिया गया है। देश में अन्य जगहों पर सुरक्षा हल्की है।