इंग्लैंड से लेकर यूरोप तक भारी और मूसलाधार बारिश से कराह रहे हैं। इंग्लैंड के कई शहर भयंकर बारिश और बाढ़ की भेंट चढ़ गए हैं। यूरोपीय देशों में भी भारी बारिश और बाढ़ के प्रकोप से हजारों घर, रेलवे ट्रैक, सड़कें और प्रतिष्ठान जलमग्न हो गए हैं। इससे आवागमन रुक सा गया है। लोगों के घरों, दुकानों और प्रतिष्ठानों में पानी भर जाने से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। बाढ़ में फंसे हजारों लोगों को सुरक्षित ठिकानों की ओर शिविरों में विस्थापित किया गया है। यह स्थिति सिर्फ इंग्लैंड में ही नहीं है, बल्कि यूरोप में भी इस सप्ताह हुई भारी बारिश के कारण नदी किनारे स्थित शहरों के निवासी इलाके के जलमग्न होने की स्थिति का सामना कर रहे हैं।
बाढ़ के कारण रेल सेवाएं बाधित हो गई हैं। इससे लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में जलस्तर बढ़ सकता है। इससे लोगों की चिंताएं और अधिक बढ़ गई हैं। अधिकारियों ने बताया कि तेज हवाओं के साथ आए प्रचंड तूफान ने 1,000 से अधिक घरों और व्यवसायिक इमारतों को जलमग्न कर दिया। इससे लोग बेघर हो गए हैं। अब उन्हें शिविरों में दिन काटने पड़ रहे हैं।
सड़कें बन गईं नदी
मूसलाधार बारिश और बाढ़ का आलम यह है कि कई सड़कें नदी में तब्दील हो गईं। इसके साथ ही हजारों इमारतें और कारें जलमग्न हो गई। खेतों में पानी भर गया और नावें और बहुत से वाहन बह गए। भूस्खलन और बाढ़ के कारण लंदन के बाहर कई रेल लाइन और दक्षिण-पश्चिम इंग्लैंड के वेल्स तक जाने वाले रेल मार्गों पर रेल सेवाएं बाधित रहीं। नेवार्क-ऑन-ट्रेंट शहर में फर्नीचर की दुकान पर काम करने वाले केन बटन ने दुकान से पानी निकालते समय कहा,''यह नववर्ष की एक भयानक शुरुआत रही है।'' (एपी)
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