रूस के आतंकी हमलों में मरने वालों की संख्या पहुंची 133 के पार, 11 संदिग्धों को लिया गया हिरासत में
रूस आतंकी हमले में मरने वालों की संख्या 133 हो गई है। इससे पहले अक्टूबर 2015 में इस्लामिक स्टेट ने सिनाई में रूस के एक यात्री विमान को निशाना बनाया था जिसमें विमान में सवार सभी 224 यात्रियों की मौत हो गयी थी। इनमें से ज्यादातर मिस्र से छुट्टियां मनाकर लौट रहे रूसी नागरिक थे।
मॉस्कोः रूस की राजधानी मॉस्को में शुक्रवार को हुए बड़े आतंकी हमले में मरने वालों की संख्या अब 133 पहुंच गई है। बता दें कि हमलावरों ने एक बड़े समारोह स्थल पर अंधाधुंध गोलीबारी की जिसमें तीन बच्चों समेत अब तक 133 लोगों की मौत हो गई। इस हमले के बाद 11 लोगों को हिरासत में लिया गया है। हमलावरों ने गोलीबारी के बाद समारोह स्थल को आग लगा दी। इस्लामिक स्टेट आतंकवादी समूह ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। रूस की सरकारी समाचार एजेंसी ‘तास’ के अनुसार, संघीय सुरक्षा सेवा के प्रमुख ने शनिवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को बताया कि हिरासत में लिए गए 11 लोगों में से चार लोग सीधे इस हमले में शामिल थे।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले ही देश में हुए चुनाव में जीत हासिल कर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सत्ता पर अपनी पकड़ को और मजबूत किया था। इस्लामिक स्टेट समूह ने सोशल मीडिया पर संबद्ध चैनलों पर साझा किए गए एक बयान में हमले की जिम्मेदारी ली। इस्लामिक स्टेट समूह ने अपनी समाचार एजेंसी अमाक द्वारा साझा किए गए एक बयान के जरिए कहा कि उसने मॉस्को के बाहरी इलाके क्रास्नोगोर्स्क में ‘ईसाइयों’ की एक बड़ी सभा पर हमला किया, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए और घायल हो गए। फिलहाल दावे की प्रामाणिकता सत्यापित नहीं की जा सकी है लेकिन एक अमेरिकी खुफिया अधिकारी ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि अमेरिकी खुफिया एजेंसी को पता चला था कि अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट समूह की शाखा मॉस्को में हमले की योजना बना रही थी और उन्होंने रूसी अधिकारियों के साथ जानकारी साझा की थी।
दो दशक का सबसे बड़ी आतंकी हमला
इसे रूस में पिछले दो दशक में हुआ सबसे भीषण आतंकी हमला माना जा रहा है। यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब देश का यूक्रेन के साथ युद्ध तीसरे साल भी जारी है। मॉस्को के मेयर सर्गेई सोबयानिन ने हमले को ‘‘बहुत बड़ी त्रासदी’’ बताया। रूस के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास ‘क्रेमलिन’ ने बताया कि हमलावरों के ‘क्रोकस सिटी हॉल’ में हमला करने के कुछ ही मिनट बाद पुतिन को इस बारे में सूचित कर दिया गया था। यह हॉल मॉस्को के पश्चिमी छोर पर स्थित एक बड़ा संगीत स्थल है, जिसमें 6,200 लोग बैठ सकते हैं। यह हमला तब हुआ जब क्रोकस सिटी हॉल में प्रसिद्ध रूसी रॉक बैंड 'पिकनिक' के एक संगीत कार्यक्रम में शामिल होने के लिए लोगों की भीड़ जमा थी। कुछ रूसी समाचार रिपोर्ट में बताया गया है कि हमलावरों द्वारा विस्फोटक फेंकने के बाद लगी आग में और अधिक पीड़ितों के फंसे होने की आशंका है। हमले के दौरान लगी आग को बुझाने के दौरान शनिवार तड़के थिएटर की छत गिर पड़ी।
हमले ने मचाई तबाही
एक वीडियो में इमारत में आग लगी हुई और रात को आसमान में धुएं का एक बड़ा गुबार उठते हुए दिखायी दिया। हमले के बाद सड़कों पर दमकल वाहन, एम्बुलेंस तथा अन्य आपात वाहन और आसमान में हेलीकॉप्टर उड़ते हुए देखे गए। अभियोजक कार्यालय ने बताया कि लड़ाकू पोशाक पहने कई पुरुष समारोह स्थल में घुसे और उन्होंने वहां मौजूदा लोगों पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। हमले के दौरान हॉल में मौजूद डेव प्रिमोव ने कहा, ‘‘लगातार गोलीबारी होने लगी। हम सब उठे और गलियारे की ओर बढ़ने की कोशिश करने लगे। लोग घबराने लगे और भगदड़ मच गयी। कुछ लोग नीचे गिर गए जिन्हें कुछ अन्य लोगों ने कुचल दिया।’’ रूसी मीडिया पर चैनलों द्वारा पोस्ट की वीडियो में हमलावर असॉल्ट राइफल से लोगों को करीब से गोली मारते दिखायी दिए। एक वीडियो में समारोह स्थल में मौजूद एक व्यक्ति को यह कहते हुए सुना गया कि हमलावरों ने इमारत को आग के हवाले कर दिया है तथा इसके साथ ही लगातार गोलियां चलने की आवाज आ रही थी।
हमले के बाद फरार हुए आतंकी
रूसी मीडिया ने बताया कि समारोह स्थल की सुरक्षा में तैनात कर्मियों के पास बंदूकें नहीं थीं और उनमें से कुछ हमले की शुरुआत में ही मारे गए। कुछ रूसी समाचार संगठनों ने बताया कि हमलावर विशेष बलों और दंगा रोधी पुलिस के आने से पहले ही भाग गए। खबरों में कहा गया है कि पुलिसकर्मी उन कई वाहनों की तलाशी ले रहे हैं जिन्हें हमलावरों ने फरार होने में इस्तेमाल किया होगा। रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि मॉस्को में शनिवार सुबह सैकड़ों लोग रक्त और प्लाज्मा दान करने के लिए कतारों में खड़े रहे। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने शुक्रवार को इस ‘‘जघन्य और कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले’’ की निंदा की और दोषियों को जवाबदेह ठहराने की आवश्यकता पर जोर दिया। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने भी कड़े से कड़े शब्दों में आतंकवादी हमले की निंदा की। उनके प्रवक्ता ने यह जानकारी दी। (एपी)