Oder River: पोलैंड और जर्मनी के ओडर नदी के किनारे बड़ी तताद में मछलियां मर रही है। अभी तक अधिकारी इसका पता नहीं लगा पाए कि आखिर किन कारणों से एक बड़े पैमाने पर मछलियां मर रही है। ये सिलसिला पिछले महिने से जारी है जहां पर हजारों की संख्या में मरी हुई मछलियां नदी के किनारों पर आ लगी थी। ऐसा माना जा रहा कि एक जहरीला पदार्थ पानी में मिल गया है। हालांकि परीक्षणों के बावजूद सटीक अभी तक पता नहीं चल पाया है। जर्मन सरकार ने लोगों से कहा कि नदी के किनारों पर नहीं जाए, ये खतरे खाली नहीं होगा। वही नदी के किनारों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है ताकि आम लोग किनारों पर ना जा सकें।
इंसानों पर अभी तक कोई प्रभाव नहीं
शुक्रवार को पोलिश प्रधानमंत्री माटुस्ज़ मोराविएकी ने घटना को लेकर कई अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया। उन्होंने बताया कि समस्या को शुरू में सामान्य माना गया था लेकिन बाद में यह एक बड़ी घटना के रूप में सामने आया। उन्होंने कहा कि नदी को सही होने में एक साल लग सकते हैं। श्री मोरावीकी ने सुझाव देते हुए बताया कि बड़ी मात्रा में रासायनिक अपशिष्ट को जलमार्ग में फेंक दिया गया था, जिसमें जलजीवों के जोखिमों पर किसी ने ध्यान नहीं दिया था। हालांकि ये स्पष्ट नहीं है कि किस प्रकार के रसायन मिलाए गए थे। 28 जुलाई की शुरुआत में पोलिश मछुआरों और एंगलर्स से एक मुद्दे की पहली रिपोर्ट के बाद नदी से कई टन मृत मछलियों को निकाला गया था। एक रिपोर्ट के अनुसार, ओडर को आम तौर पर एक स्वच्छ नदी माना जाता है, मछली की 40 घरेलू प्रजातियों की समुह इसमें पाई जाती हैं। इसके वजह से मछलियों के बाद बीवर, पक्षी और बत्तख भी प्रभावित हुए हैं। स्थानीय एक पेपर में छपे लेख के मुताबिक, अभी तक मानव जाति पर इसका गलत प्रभाव पड़ा है ऐसा कोई केस सामने नहीं आया है।
अमेरिका में इस प्रकार की घटना हो चुकी है
अमेरिका के स्टेट बीच पर एक खौफनाक तस्वीर देखने को मिली थी। बीच पर लाखों की संख्या में मरी हुई मछलियों ने एक समुद्र पर चादर बना दिया था। ये सारी मछलियां किनारों पर आकर लग गई थी। अमेरिका के सैन फ्रांसिस्कों में ये घटना आए दिन होती रहती है। इसी तरह की घटना लेबनान में भी देखने को मिली थी। जहां एक झील में लगभग 40 टन मछलियां मर गई थी।
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