फ्रांस के इस ऐलान से होगी चीन को जलन, भारत की धरती से दुनिया को दिया कड़ा संदेश
भारत और फ्रांस अपनी रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। ऐसे मौके पर फ्रांस ने भारत की धरती से उसके दुश्मनों को बहुत कड़ा संदेश दिया है। फ्रांस ने कहा है कि वह भारत के साथ ‘कंधे से कंधा मिलाकर’ खड़ा रहेगा।
नई दिल्लीः भारत और फ्रांस अपनी रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। ऐसे मौके पर फ्रांस ने भारत की धरती से उसके दुश्मनों को बहुत कड़ा संदेश दिया है। फ्रांस ने कहा है कि वह भारत के साथ ‘कंधे से कंधा मिलाकर’ खड़ा रहेगा। फ्रांस की विदेश मंत्री कैथरीन कोलोना ने शुक्रवार को कहा कि फ्रांस और भारत अपनी रणनीतिक साझेदारी 25 वर्षों की हो चुकी है और ऐसे में अब समय और भी बड़ी महत्वाकांक्षा प्रदर्शित करने का है। उन्होंने कहा कि आगामी दशकों में पेरिस भारत के साथ हर परिस्थिति में सच्चे मित्र की तरह खड़ा रहेगा और हरसंभव साझेदारी करेगा। मतलब साफ है कि भारत और फ्रांस रक्षा के क्षेत्र में बड़ी भागीदारी कर सकते हैं। इस दिशा में दोनों देश पहले से भी काम कर रहे हैं। फ्रांस के इस ऐलान से भारत के कट्टर दुश्मन चीन को निश्चित रूप से जलन होगी। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि रणनीतिक साझेदार होने के नाते भारत को फ्रांस उन्नत किस्म के फाइटर जेट और हथियार भी मुहैया कराता है। ये चीन के लिए सबसे बड़ी चिंता और ईर्श्या का कारण है।
फिलहाल फ्रांस की विदेश मंत्री कैथरीन कोलोना 1 से 3 मार्च तक भारत की यात्रा पर थीं। इस दौरान उन्होंने कहाकि मैं विदेश मंत्री के रूप में छह महीने में दूसरी बार भारत आकर बहुत खुश और गौरवान्वित महसूस कर रही हूं। आज शाम आपके साथ इस पल को साझा करना सौभाग्य की बात है, क्योंकि हम एक ऐसी पहल शुरू करने जा रहे हैं जो हमारी द्विपक्षीय साझेदारी के ‘दर्शन’ का प्रतीक है। उन्होंने कहा, ‘‘सांस्कृतिक नीति, हमारी कूटनीति के डीएनए और भारत के साथ हमारे द्विपक्षीय संबंधों के मूल में है। इस दौरान उन्होंने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी मुलाकात की।
फ्रांस ने दिया है भारत को राफेल
भारत ने दुनिया के अत्याधुनिक लड़ाकू विमान राफेल को फ्रांस से ही खरीदा है। फ्रांस से भारत ने 36 राफेल विमान खरीदे हैं। यह भारत की सामरिक ताकत को बढ़ाता है। इससे चीन और पाकिस्तान दोनों को टेंशन है। क्योंकि इस विमान की क्षमता परमाणु मिसाइल से भी हमला करने की है। इसकी गिनती दुनिया के खतरनाक लड़ाकू विमानों में होती है। हाल ही में फ्रांस ने भारत के डिफेंस कोरिडोर में भी दिलचस्पी दिखाई है। फ्रांस ने कहा है कि वह भारत के साथ डिफेंस कोरिडोर में मिलकर काम करने को इच्छुक है। वह हिंदुस्तान को अपनी नई तकनीकियों को साझा करना चाहता है। इससे भी चीन और पाकिस्तान को जलन है।
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