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इटली में तूफान के बीच जहाज डूबने के बाद 'ब्रिटेन के टेक टाइकून' माइक लिंच लापता, पत्नी सुरक्षित

इटली के सिसिली के पास समुद्र में तुफान आने के बाद ब्रिटेन के टेक टाइकून माइक लिंच लापता हो गए हैं। बताया जा रहा है कि उनका जहाज तूफान के दौरान समुद्र में डूब गया। जहाज पर उनकी पत्नी भी सवार थीं, जो कि सुरक्षित हैं।

जहाज डूबने के बाद माइक लिंच लापता हुए।- India TV Hindi Image Source : REUTERS जहाज डूबने के बाद माइक लिंच लापता हुए।

रोम: इटली के सिसिली के तट के पास सोमवार तड़के तूफान के बीच एक जहाज के डूब जाने से ब्रिटेन के टेक टाइकून माइक लिंच, उनके वकील और चार अन्य लोग लापता हैं। इटली के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि लिंच की पत्नी और 14 अन्य लोगों को बचा लिया गया है। सिसिली की नागरिक सुरक्षा एजेंसी से जुड़े साल्वो कोकिना ने बताया कि जून में अमेरिका में धोखाधड़ी के एक बड़े मुकदमे में बरी किए गए लिंच उन छह लोगों में शामिल हैं, जिनका अभी तक पता नहीं चल पाया है। उन्होंने बताया कि पोर्टिसेलो के पास आए तूफान के बीच लिंच का जहाज डूब गया। 

पलेर्मो के पास हुआ हादसा

बता दें कि ये हादसा उस वक्त हुआ जब 56 मीटर लंबी लक्जरी सुपरयाट बायेसियन, पलेर्मो के पूर्व में पोर्टिसेलो से दूर खड़ी थी। सोमवार तड़के अचानक तूफान तट पर आ गया और उसने समुद्र तट पर स्थित क्लबों के साथ ही मछली पकड़ने के छोटे बंदरगाहों को तहस-नहस कर दिया। वहीं सिसिली तट पर तेज हवाओं और बारिश के बीच लक्जरी नौका डूबने के बाद 15 लोग बचाए जा चुके हैं। इन 15 लोगों में माइक लिंच की पत्नी भी शामिल हैं। वहीं अभी भी छह लोग लापता हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।  

इटली के अधिकारियों ने शुरू की जांच

फिलहाल सोमवार को इमरजेंसी रिस्पॉन्स सर्विस जारी रहने के कारण इतालवी अधिकारियों ने घटना की जांच शुरू कर दी है। बता दें कि 59 वर्षीय माइक लिंच को जून की शुरुआत में सैन फ्रांसिस्को की एक अदालत ने सभी आरोपों से बरी कर दिया था। दरअसल, उन पर अपनी सॉफ्टवेयर फर्म ऑटोनॉमी को हेवलेट-पैकार्ड को बेचने से जुड़े मामले में बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया था। माइल लिंच 1996 में कैम्ब्रिज में ऑटोनॉमी के को-फाउंडर थे।

अमेरिकी वकीलों ने लगाए थे गंभीर आरोप

अमेरिकी वकीलों ने माइक लिंच पर वायर धोखाधड़ी और प्रतिभूति धोखाधड़ी और वर्षों के फर्जी रिकॉर्ड से जुड़े अपराध करने की साजिश का आरोप लगाया था। आपराधिक आरोपों पर मुकदमा चलाने के लिए उन्हें ब्रिटेन से अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया था। पूर्वी इंग्लैंड के सफोल्क से कैंब्रिज विश्वविद्यालय से स्नातक लिंच ने सभी आरोपों का खंडन किया था और किसी भी गलत काम से इनकार किया था। बता दें कि अगर माइक लिंच सभी 17 आरोपों में वो दोषी पाए जाते, तो उन्हें दो दशकों की जेल का सामना करना पड़ सकता था। (इनपुट- एजेंसी)

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