भारत-कनाडा विवाद पर ब्रिटिश सिख सांसदों ने कही ऐसी बात, कनाडा के पीएम ट्रूडो की बोलती हो जाएगी बंद
भारत कनाडा के बीच जारी तनातनी पर ब्रिटेन में रहने वाले सिखों की भी पूरी नजर है। इस मामले पर ब्रिटेन के सिख सांसदों ने भी अहम बात कही है। जानिए उन्होंने इस मामले पर ब्रिटेन के सिखों जो प्रभाव पड़ रहा है, उस पर और इस मसले पर क्या प्रतिक्रिया दी है।
Britain on India-Canada Issue: कनाडा के भारत पर लगाए गए अनर्गल आरोंपों पर भारत ने करारा जवाब दिया है, जिससे कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो की बोलती बंद हो गई है। संयुक्त राष्ट्र महासभा में भी उन्होंने चुप्पी साध रखी। इसी बीच जिस तरह खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर मर्डर मामले में भारत की कथित संलिप्तता के आरोपों पर कनाडा के भारतीय मूल के हिंदुओं की मुश्किलें बढ़ गई है। उनकी सुरक्षा को लेकर भारत ने एडवाइजरी भी जारी की है कि वहां रहने वाले भारतीय सावधानी बरतें। इसी बीच ब्रिटेन जहां बड़ी संख्या में सिख रहते हैं, यहां के सिख सांसदों ने भी इस मामले पर अपनी राय रखी है।
ब्रिटेन के विपक्षी सिख सांसदों ने कनाडा और भारत में चल रही तनातनी पर अपनी बात रखी। सिख सांसदों ने इस मामले पर कहा है ब्रिटेन में रहने वाले सिख समुदाय के लोग उनसे संपर्क कर रहे हैं और आरोपों के बारे में पूछ रहे हैं। सासंदों ने कहा कि वो अपनी चिंताओं को लेकर सरकार के मंत्रियों से भी बात कर रहे हैं। ब्रिटेन की विपक्षी लेबर पार्टी के सिख सांसद प्रीत कौर गिल और तनमनजीत सिंह ने सोशल मीडिया के जरिए मंगलवार को दावा किया कि उनके चुनावी क्षेत्र के सिख उन्हें संपर्क कर रहे हैं प्रतिबंधित खालिस्तान टाइगर फोर्स के मुखिया 45 वर्षीय हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत पर लगे आरोपों के बारे में जानना चाहते हैं।
'जांच पूरी होने से पहले बयानबाजी नहीं होना चाहिए'
- प्रीत कौर ने एक्स (पहले ट्विटर) पर पोस्ट में लिखा कि ' हरदीप सिंह निज्जर की हत्या पर कनाडाई पीएम ट्रूडो का बयान बेहद चिंताजनक है। यह जरूरी है कि कनाडा अपनी जांच पूरी करे और जो लोग दोषी हैं, उन्हें सजा मिले। मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों को आश्वस्त करना चाहती हूं कि मैं और मेरे सहकर्मी इस मुद्दे को मंत्रियों के समक्ष उठा रहे हैं।'
- दक्षिण-पूर्वी ब्रिटेन के स्लो शहर के सांसद तनमनजीत सिंह ने भी 'एक्स' पर पोस्ट कर दावा किया कि ब्रिटेन के कई सिख लोगों ने इस मुद्दे पर उन्हें संपर्क किया है। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा कि 'कनाडा से आई खबरें चिंताजनक हैं। स्लो और दूसरे शहरों के लोग इस मामले में मुझसे संपर्क कर रहे हैं और वे बेचैन व गुस्से में हैं। डरे और सहमे भी हैं।' उन्होंने कहा कि 'हम न्याय सुनिश्चित करने के लिए ब्रिटेन की सरकार के साथ संपर्क में हैं।'
भारत कनाडा मामले पर क्या है ब्रिटिश सरकार की राय?
भारत कनाडा के बीच तनातनी पर ब्रिटिश सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि कनाडा ने भारत पर गंभीर आरोप लगाए हैं कि 'सिख अलगाववादी नेता' की हत्या में भारत सरकार की संलिप्तता थी। ब्रिटेन इस आरोप को लेकर कनाडा के अपने सहयोगियों के साथ निकटता से संपर्क में है। प्रवक्ता ने कहा कि कनाडा इस मामले की जांच कर रहा है और अभी इस पर कुछ भी कहना अनुचित होगा।
भारत-ब्रिटेन के बीच मुक्त कारोबार वार्ता को लेकर ब्रिटेन ने दी यह राय
प्रवक्ता ने बाद में कहा कि भारत के साथ चल रही मुक्त व्यापार वार्ता पर इस आरोप को कोई असर नहीं होगा और ब्रिटेन इन मुद्दों में उलझना नहीं चाहता है। वहीं, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री सुनक के विदेश सचिव जेम्स क्लेवरली ने एक ट्वीट में भारत का नाम लिए बगैर लिखा, 'सभी देशों को एक-दूसरे की संप्रभुता और कानून के शासन का सम्मान करना चाहिए। कनाडा की संसद में जिन आरोपों का जिक्र हुआ है, उसे लेकर हम नियमित रूप से अपने कनाडाई सहयोगियों के संपर्क में हैं।
यह जरूरी है कि कनाडा जांच पूरी करे और अपराधियों को सजा मिले।'