विंडसर कैसल में घुसपैठ करने वाले ब्रिटिश सिख ने कहा, मैं जलियांवाला बाग के लिए क्वीन एलिजाबेथ की हत्या करना चाहता था
ब्रिटेन की एक अदालत को बुधवार को बताया गया कि जसवंत ने सिक्यॉरिटी ऑफिसर से कहा था कि वह महारानी की जान लेने के इरादे से आया है।
लंदन: ब्रिटिश शाही परिवार के आवास विंडसर कैसल के परिसर में पिछले साल क्रिसमस के दिन एक ब्रिटिश सिख धनुष-बाण लेकर घुस गया था। शाही आवास में घुसने वाले इस ब्रिटिश सिख को उसके हथियारों समेत पकड़ लिया गया था। जसवंत सिंह चैल नाम के इस ब्रिटिश सिख ने सिक्यॉरिटी गार्ड्स से कहा कि वह ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ की हत्या करना चाहता था। अब जसवंत को 14 सितंबर को अदालत में पेश किया जाएगा।
‘चैल ने खुद को भारतीय सिख बताया’
ब्रिटेन की एक अदालत को बुधवार को बताया गया कि जसवंत ने सिक्यॉरिटी ऑफिसर से कहा था कि वह महारानी की जान लेने के इरादे से आया है। साउथम्पटन के रहने वाले जसवंत सिंह चैल की गिरफ्तारी के शीघ्र बाद सामने आये एक वीडियो में उसने खुद को भारतीय सिख बताया। उसके मुताबिक, वह 1919 के जालियांवाला बाग नरसंहार का बदला लेने के लिए 96 साल की महारानी की हत्या करना चाहता था।
’14 सितंबर को अदालत में पेश होगा चैल’
बता दें कि 25 दिसंबर 2021 की सुबह हुई इस घटना के वक्त महारानी अपने प्राइवेट अपार्टमेंट में थीं। इस महीने की शुरूआत में 20 साल के चैल पर राजद्रोह, हत्या की धमकी देने और हथियार रखने का आरोप लगाया गया। वह बुधवार को लंदन में वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट अदालत में पेश हुआ, जिसने उसे हिरासत में भेज दिया। उसे 14 सितंबर को ओल्ड बेली अदालत में पेश किया जाएगा।
‘मैं क्वीन की हत्या करने आया हूं’
चैल ने हथकड़ी लगाये जाने और गिरफ्तारी से पहले एक शाही सुरक्षा अधिकारी से कथित तौर पर कहा था, ‘मैं यहां महारानी की हत्या करने आया हूं।’ प्रॉसिक्यूटर के मुताबिक, कैसल में घुसपैठ करने के दौरान उसके बाद जो सुपरसोनिक एक्स-बो थी, उससे काफी गंभीर चोट आ सकती थी। प्रोसिक्यूटर्स ने यह भी कहा कि चैल ने लगभग 20 लोगों को वीडियो भेजकर दावा किया था कि वह क्वीन की हत्या करने जा रहा है।
‘चैल ने की थी ब्रिटिश आर्मी जॉइन करने की कोशिश’
बताया जा रहा है कि शाही परिवार के करीब आने के लिए चैल ने ब्रिटिश आर्मी और डिफेंस मिनिस्ट्री की पुलिस फोर्स को जॉइन करने की कोशिश भी की थी। चैल बर्कशायर स्थित ब्रोडमूर हॉस्पिटल की अति सुरक्षा वाली मनोचिकित्सा इकाई से वीडियो लिंक के माध्यम से अदालत में पेश हुआ।