British PM Rishi Sunak: ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने टोरी पार्टीज की वार्षिक कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने नस्लवाद, धूम्रपान से लेकर जेंडर इक्विलिटी, ट्रांसजेंडर के जैसे मुद्दों पर खुलकर बात रखी। इस दौरान, ऋषि सुनक ने स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्रों से जुड़ी कई घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि भविष्य में हम धूम्रपान करने की आयु सीमा हर साल एक वर्ष बढ़ा दें। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने बुधवार को कॉन्फ्रेंस में कहा कि देश में पहली बार भारतीय मूल के व्यक्ति का पीएम बनना इस बात का सबूत है कि ब्रिटेन नस्लवादी देश नहीं है। ऋषि सुनक ने कहा कि उनके स्कीन का रंग इसके लिए कोई बड़ी डील नहीं है।
राजनीतिक मंच पर पहली बार दिखीं पीएम की पत्नी अक्षता
प्रधानमंत्री ऋषि सुनक कंजरवेटिव पार्टी के नेता के रूप में पहली बार सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उनके साथ पहली बार उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति राजनीतिक मंच पर दिखीं। सुनक के कार्यभार संभालने के करीब एक साल बाद इस भाषण को उनके राजनीतिक करियर का सबसे महत्वपूर्ण भाषण बताया गया। पीएम सुनक ने कहा कि उन्हें भरोसा है कि अगले चुनाव में उन्हें ब्रिटिश जनता का जनादेश मिलेगा। उन्होंने कहा कि कभी भी किसी को यह न कहें कि यह एक नस्लवादी देश है, क्योंकि ऐसा नहीं है। ऋषि सुनक ने कहा, मेरी स्टोरी इस बारे में है कि कैसे एक परिवार तीन पीढ़ियों तक थोड़े से लोगों के साथ डाउनिंग स्ट्रीट तक पहुंच सकता है।
लैंगिक बहस पर स्पष्ट किया अपना रुख
पीएम सुनक ने लैंगिक बहस पर भी अपना रुख स्पष्ट किया। उन्होंने साफ कहा कि ' एक पुरुष सिर्फ पुरुष है और एक महिला सिर्फ महिला।' सुनक ने कहा कि 'हमें इस बात पर विश्वास नहीं करना चाहिए कि लोग अपने हिसाब से किसी भी लिंग के हो सकते हैं। क्योंकि ऐसे नहीं हो सकता है। एक पुरुष हमेशा पुरुष है और एक महिला केवल एक महिला है। यह केवल सामान्य ज्ञान है।'
पहला ब्रिटिश एशियाई पीएम होने पर है मुझे गर्व, बोले सुनक
ब्रिटिश पीएम ने कहा कि मैं पहले ब्रिटिश एशियाई प्रधानमंत्री बनने पर गर्व महसूस करता हूं। लेकिन मुझे इससे भी अधिक गर्व इस बात का है कि ऐसा कंजरवेटिव पार्टी के कारण संभव हो पाया है न कि विपक्षी लेबर पार्टी की बदौलते ऐसा हुआ है। इस दौरान ब्रिटिश पीएम सुनक ने स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्रों से जुड़ी कई घोषणाएं भी कीं। उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि भविष्य में हम धूम्रपान करने की उम्र सीमा हर साल एक वर्ष बढ़ा देन चाहिए।
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