Boris Johnson: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) को बड़ी राहत मिली है। उन्होंने संसद में विश्वास मत (trust vote) जीत लिया है। सदन में 211 में से 148 वोट बोरिस जॉनसन को मिले। इसके साथ ही उनकी पीएम की कुर्सी फिलहाल सुरक्षित नजर आ रही है।
कंजरवेटिव पार्टी के सांसदों ने लिखी थी चिट्ठी
दरअसल, बोरिस जॉनसन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव उनकी ही पार्टी के सांसदों ने लाया था। बोरिस जॉनसन कंजरवेटिव पार्टी के नेता हैं और उनकी ही पार्टी के कुछ सांसदों ने चिट्ठी लिखकर उनकी नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठाया था और उनके इस्तीफे की मांग की थी। जिसके बाद उन्हें विश्वास मत का सामना करना पड़ा। ्वास प्रस्ताव उनकी ही पार्टी के सांसदों ने लाया है। बोरिस जॉनसन कंजरवेटिव पार्टी के नेता हैं और उनकी ही पार्टी के कुछ सांसदों ने चिट्ठी लिखकर उनकी नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठाया था और उनके इस्तीफे की मांग की थी। जिसके बाद उन्हें विश्वास मत का सामना करना पड़ा।
कोरोना लॉकडाउन के दौरान पार्टी का आरोप
दरअसल, बोरिस जॉनसन पर कोरोना वायरस की रोकथाम के मद्देनजर लागू लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन कर सरकारी कार्यालयों में पार्टी करने का आरोप है। इस मामले को पार्टीगेट करार दिया गया था। इस मामले में बोरिस जॉनसन, उनकी पत्नी समेत कई लोगों पर जुर्माना भी लगाया गया था। इसके साथ ही वह पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री बन गए जिन पर पद पर रहने के दौरान कानून तोड़ने का मामला सामने आया।
जानबूझ कर नियम नहीं तोड़े-जॉनसन
हालांकि बाद में बोरिस जॉनसन ने माफी मांग ली थी। जॉनसन ने कहा था कि उन्होंने जानबूझ कर नियम नहीं तोड़े। उनका कहना था कि उन्हें नहीं पता था कि लोगों की वह छोटी सी भीड़ एक पार्टी थी। उनके इस दावे का कई लोगों ने मजाक भी उड़ाया था।
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