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पाकिस्तान की नयी सरकार में 'बिलावल भुट्टो' बन सकते हैं विदेश मंत्री

बिलावल भुट्टो ने 'द इंडिपेंडेंट उर्दू' को दिए साक्षात्कार में कहा कि पार्टी नए विदेश मंत्री के रूप में उनकी नियुक्ति पर फैसला करेगी। बिलावल भुट्टो पूर्व प्रधानमंत्री बेनज़ीर भुट्टो और पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली ज़रदारी के बेटे हैं। 

बिलावल भुट्टो- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO बिलावल भुट्टो

Highlights

  • पाकिस्तान की नयी सरकार में 'बिलावल भुट्टो' बन सकते हैं विदेश मंत्री
  • पार्टी नए विदेश मंत्री के रूप में उनकी नियुक्ति पर फैसला करेगी- बिलावल
  • बिलावल पूर्व प्रधानमंत्री बेनज़ीर भुट्टो और आसिफ अली ज़रदारी के बेटे हैं

इस्लामाबाद: पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के प्रमुख बिलावल भुट्टो को नई सरकार में अगला विदेश मंत्री नियुक्त किए जाने की संभावना है। उल्लेखनीय है कि शनिवार देर रात संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली में एक अविश्वास प्रस्ताव के जरिये इमरान खान को प्रधानमंत्री पद से हटा दिया गया । जियो न्यूज़ ने खबर दी है कि प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के पद अहम हैं जबकि यह सवाल भी महत्वपूर्ण है कि नई सरकार में विदेश मंत्री कौन होगा? क्योंकि संयुक्त विपक्ष लगातार इमरान खान सरकार को गलत विदेश नीतियों के लिए निशाना बना रहा था।

खबर में कहा गया है- 'अफवाहों के मुताबिक पीपीपी प्रमुख बिलावल भुट्टो-ज़रदारी अगले विदेश मंत्री नियुक्त किए जा सकते हैं।' ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से पढ़े 33 वर्षीय बिलावल ने 'द इंडिपेंडेंट उर्दू' को दिए साक्षात्कार में कहा कि पार्टी नए विदेश मंत्री के रूप में उनकी नियुक्ति पर फैसला करेगी। बिलावल भुट्टो पूर्व प्रधानमंत्री बेनज़ीर भुट्टो और पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली ज़रदारी के बेटे हैं। वह पूर्व राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो के नवासे हैं। 

खान के नेतृत्व की आलोचना करते हुए बिलावल ने कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सरकार ने विदेश मंत्रालय और राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) को विवादास्पद बना दिया है। शनिवार को नेशनल असेंबली में इमरान खान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान, बिलावल ने खान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी पर निशाना साधते हुए सवाल किया था कि वह राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक में क्यों मौजूद नहीं थे, जिसमें पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ पार्टी नीत सरकार को गिराने की तथाकथित 'विदेशी साजिश' पर चर्चा की गई। इनपुट-भाषा

 

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