वियना: ऑस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमर ने बुधवार को कहा कि भारत एक प्रभावशाली और भरोसेमंद देश है और रूस-यूक्रेन शांति प्रक्रिया में उसकी भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने अपने देश को एक तटस्थ देश के रूप में वार्ता के लिए एक स्थल के रूप में पेश किया। नेहमर की यह टिप्पणी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ औपचारिक वार्ता के बाद उनके संयुक्त प्रेस वक्तव्य के दौरान आई। नेहमर ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के साथ यूक्रेन में जारी संघर्ष पर चर्चा की है। मोदी मॉस्को में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ कई दौर की वार्ता करने के बाद यहां पहुंचे हैं।
रूस-यूक्रेन को लेकर हुई विस्तृत चर्चा
चांसलर नेहमर ने कहा, ‘‘यूक्रेन के खिलाफ रूसी आक्रामकता के बारे में हमारी बहुत विस्तृत बातचीत हुई। ऑस्ट्रिया के संघीय चांसलर के रूप में मेरे लिए भारत के आकलन को जानना और उसे समझना तथा भारत को यूरोपीय चिंताओं से परिचित कराना विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा, पश्चिम एशिया में संघर्ष एक प्रमुख विषय था।’’ नेहमर ने बताया कि ऑस्ट्रिया की यात्रा से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात की थी। उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए शांति वार्ता के संबंध में रूस के इरादों के बारे में प्रधानमंत्री के व्यक्तिगत आकलन के बारे में सुनना विशेष रूप से महत्वपूर्ण था।’’
'शांति के प्रयास बम और गोलियों के बीच सफल नहीं होते'
भारतीय प्रधानमंत्री मोदी ऑस्ट्रिया की यात्रा से पहले 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए दो दिन के लिए रूस में थे। पुतिन के साथ बातचीत के दौरान मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी ने उनसे कहा कि यूक्रेन संघर्ष का समाधान युद्ध के मैदान में संभव नहीं है और शांति के प्रयास बम और गोलियों के बीच सफल नहीं होते। उन्होंने कहा, ‘‘हमारा साझा उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुरूप व्यापक, न्यायसंगत और स्थायी शांति प्राप्त करना है।’’ (भाषा)
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