विश्व ''मानव इतिहास के अंतिम युद्ध'' के मुहाने पर खड़ा है: पू्र्व रुसी जनरल
पूर्व जासूस और उसकी बेटी को जहर देने के मामले में पूरी दुनिया जिस प्रकार रूस के खिलाफ हो गई है उसे देखते हुए रूस के पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल ने दुनिया को चेतावनी दी है कि...
पूर्व जासूस और उसकी बेटी को जहर देने के मामले में पूरी दुनिया जिस प्रकार रूस के खिलाफ हो गई है उसे देखते हुए रूस के पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल ने दुनिया को चेतावनी दी है कि अमेरिका और रूस के बीच बढ़ते चनावों से विश्व मानव इतिहास के अंतिन युग के कगार पर खड़ा हो गया है। रूसी सेना में 41 साल काम करने वाले एव्जेनी बुज़िन्स्की ने कहा कि रूसी जासूस और उसकी बेटी को जहर देने के चलते जिस प्रकार ईयू और अमेरिका ने इस घटना से दुखी होकर अपने देशों से रूसी जासूसों को निकालना शुरू किया है, इससे शीत युद्ध से भी ज्यादा खराब स्थिति पैदा हो सकती है। बात समझाते हुए उन्होंने कहा कि 'जो युद्ध शीत युद्ध से भी ज्यादा बड़ा होता है वह मानव इतिहास का आखिरी और सबसे खतरनाक युद्ध होता है।' एक सवाल का जवाब देते हुए बुज़िन्स्की ने कहा कि जासूस की मौत से पूरी जुनिया ने जिस तरह रूस पर दबाव डाला है उससे युद्ध की स्थिति पैदा हो गई है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार ईयू और अमेरिका रूस को किनारे करने में लगे हैं यह काफी खतरनाक हो सकता है। (सऊदी अरब में बना क़ानून, पति-पत्नी एक दूसरे के मोबाइल फ़ोन को हाथ भी न लगा पाएंगे )
गौरतलब है कि अमेरिका द्वारा रूसी राजनयिकों को उनके पद से हटाए जाने के बाद रूस में अमेरिका के प्रति नाराजगी बढ़ गई है। रूस के विदेश मंत्रालय ने यह संकल्प लिया है कि अमेरिका और कनाडा द्वारा रूसी राजनयिकों को निकाले जाने का वह जवाब देगा। रूस के विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि, रूसी राजनयिकों को निकाले जाने के ईयू और नाटो के कुछ देशों का हम विरोध जताते हैं। रूस ने अमेरिका और बाकी देशों द्वारा उठाए इस कदम को उकसाने वाला बताया।
रूस ने संकल्प लिया है कि, देशों के इस गैर मित्रवत कदम को ऐसे ही जाने नहीं दिया जाएगा, हम इसका जवाब देंगे। रूस ने आरोप लगाया कि रूसी राजनयिकों को निष्कासित करके सभी देश ब्रिटेन को खुश करने की कोशिश कर रहे हैं। रूस ने यह बयान उस समय दिया जब अमेरिका ने पूर्व जासूस और उसकी बेटी को जहर दिए जाने के मामले में 60 रूसी राजनयिकों को उनके पद से निष्कासित कर दिया था। इसके साथ ईयू के 14 देशों और यूक्रेन ने भी रूसी राजनयिकों को उनके पद से हटा दिया।