लंदन: ब्रिटेन यूरोपीय संघ में बना रहेगा या नहीं इसके लिए आगामी 23 जून को फैसला होगा। 23 जून को होने वाले जनमत संग्रह को लेकर आधिकारिक प्रचार अभियान शुरू हो गया है। 'वोट लीव' (हटने के लिए मतदान) और 'ब्रिटेन स्ट्रांगर इन यूरोप' (यूरोपीय खेमे में ब्रिटेन ज्यादा मजबूत) विषयों पर मतदान होगा। इन दोनों पक्षों के लोगों ने जनमत संग्रह के लिए प्रचार अभियान शुरू कर दिया है।
अनाधिकारिक प्रचार अभियान पहले से चल रहा है, लेकिन आधिकारिक प्रचार अभियान शुरू होने के साथ दोनों पक्षों के लिए कुछ नियम भी तय किए गए है। मसलन, प्रचार अभियान में हर पक्ष 70 लाख पाउंड तक खर्च कर सकता है।
यूरोपियन संघ मुख्यत: यूरोप में स्थित 28 देशों का एक राजनैतिक एवं एवं आर्थिक मंच है जिनमें आपस में प्रशासकीय साझेदारी होती है जो संघ के कई या सभी राष्ट्रो पर लागू होती है। यूरोपिय संघ सदस्य राष्ट्रों को एकल बाजार के रूप में मान्यता देता है एवं इसके कानून सभी सदस्य राष्ट्रों पर लागू होता है जो सदस्य राष्ट्र के नागरिकों की चार तरह की स्वतंत्रताएँ सुनिश्चित करता है:- लोगों, सामान, सेवाएँ एवं पूँजी का स्वतंत्र आदान-प्रदान संघ सभी सदस्य राष्ट्रों के लिए एक तरह की व्यापार, मतस्य, क्षेत्रीय विकास की नीति पर अमल करता है।
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