लंदन: वित्तीय संकट का सामना कर रही ब्रिटेन की सस्ती विमानसेवा मोनार्क एयरलाइंस की सेवाएं आज ठप हो गयीं जिसके बाद सरकार ने विदेशों में फंसे 1,10,000 यात्रियों को वापस लाने के लिए एक व्यापक देश वापसी अभियान शुरू किया। देश की सिविल एविएशन अथारिटी सीएए ने कहा कि सरकार ने उससे उन यात्रियों को वापस लाने के लिए 30 से ज्यादा विमानों की सेवा लेने को कहा है जो मोनार्क की सभी उड़ानों के रद्द होने के बाद विदेशों में फंसे हुए हैं। उड़ानों के रद्द होने से आगे की करीब 3,00,000 बुकिंग प्रभावित हुई हैं। (ट्रंप ने कहा, लास वेगस में हुई घटना बुरे लोगों की करतूत)
कंपनी वित्तीय संकट के कारण आज तड़के निगरानी के अधीन चली गयी। ऑडिटिंग कंपनी केपीएमजी को उसके वित्तीय संकट की निगरानी का जिम्मा सौंपा गया। ब्रिटेन के परिवहन मंत्री क्रिस ग्रेलिंग ने कहा, मैंने करीब 1,10,000 यात्रियों को वापस लाने के लिए देश के अब तक के सबसे बड़े शांति प्रत्यावर्तन का तत्काल आदेश दिया वरना ये यात्री विदेशों में ही फंसे रह जाते। मोनार्क ब्रिटेन की पांचवीं सबसे बड़ी एयरलाइन है जिसमें करीब 2,700 लोग काम करते हैं।
कंपनी ने पिछले साल 29.1 करोड़ पाउंड का नुकसान होने की जानकारी दी थी और उसे स्थानीय समयानुसार तड़के चार बजे निगरानी के अधीन डाल दिया। कंपनी के मुख्य कार्यकारी एंड्रयू स्वैफील्ड ने कंपनी के संकट के लिए आतंकी हमलों को जिम्मेदार ठहराया है जिनके कारण एयरलाइन का राजस्व प्रभावित हुआ।
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