लंदन: प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने इस्तीफे की मांग के बीच शुक्रवार को कहा कि वह डेमोक्रेटिक यूनियनिस्ट पार्टी (डीयूपी) के सहयोग से सरकार का गठन करेंगी। बीबीसी के मुताबिक, थेरेसा ने शुक्रवार को बकिंघम पैलेस में महारानी से मुलाकात करने के बाद कहा कि सिर्फ उनकी ही पार्टी सरकार बनाने के लिए वैध है क्योंकि उनके पास सिर्फ आठ सीटें ही कम हैं। थेरेसा ने डीयूपी के साथ मजबूत संबंधों का हवाला देते हुए कहा कि वह एक ऐसी सरकार देना चाहती हैं जो देश में स्थिरता लाए और देश को इस चुनौतीपूर्ण समय में आगे बढ़ने में मदद करें।
उन्होंने कहा कि हालांकि, उन्हें अलग ही तरह के नतीजों की उम्मीद थी और उन्हें अपने उन सहयोगियों पर दुख है, जो अपनी सीट हार चुके हैं। इस बीच लेबर पार्टी ने कहा कि उनकी ही पार्टी चुनाव की असली विजेता है। लिबरल डेमोक्रेट का कहना है कि थेरेसा मे को पद पर बने रहने के लिए शर्म आनी चाहिए।
बीबीसी के मुताबिक, डीयूपी नेता आर्लेन फॉस्टर ने पुष्टि की कि उनकी इस संबंध में थेरेसा मे से बात हुई है और वह इस पर चर्चा करेंगे कि इस चुनौतीपूर्ण समय में देश में स्थिरता कैसे लाई जाए। फॉस्टर ने कहा कि उनकी पार्टी हमेशा ब्रिटेन के लोगों के हित के लिए काम करती रहेगी।
स्कॉटिश कंजरवेटिव नेता रूथ डेविडसन ने थेरेसा मे से आश्वासन मांगा कि डीयूपी से किसी भी तरह के समझौते से एलजीबीटी (लेस्बियन, गे, बाइसेक्सुअल, ट्रांसजेंडर और इंटरसेक्स) समुदाय को प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा। डेविडसन से जुड़े एक सूत्र ने बीबीसी को बताया, "प्रधानमत्री को यह याद रखना चाहिए कि डीयूपी सांसदों की तुलना में स्कॉटिश कंजरवेटिव सांसद अधिक हैं।"
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