लंदन: ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरेसा मे का कहना है कि अमेरिका के नेतृत्व में सीरिया पर हवाई हमलों में ब्रिटेन का शामिल होना नैतिक एवं कानूनी रूप से सही था। बीबीसी के मुताबिक, टेरेसा ने सोमवार को सांसदों को बताया कि डौमा में रासायनिक हमलों के पीछे असद सरकार का हाथ होने के स्पष्ट साक्ष्य हैं। ब्रिटेन ने सीरियाई सेना द्वारा कथित रासायनिक हमले करने के मद्देनजर हर तरह के राजनयिक तरीकों पर विचार किया लेकिन अंत में फैसला किया कि सीमित सैन्य कार्रवाई के अलावा कोई विकल्प नहीं है। (नेटवर्क हैट करने की कोशिश कर रहा है रूस, अमेरिका-ब्रिटेन ने चेताया )
लेबर पार्टी के नेता जेरेमी कॉर्बिन ने कहा कि इस सैन्य कार्रवाई को लेकर कानूनी रूप से कई सवाल खड़े हैं। कॉर्बिन ने थेरेसा से इस मामले में यथास्थिति स्पष्ट करने का आह्वान करते हुए कहा कि सरकार इस संसद के प्रति जवाबदेह है न कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सनक के प्रति। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि इस हमले के लिए कौन जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि हालांकि, इस बात की अत्यधिक संभावना है कि इसके पीछे सीरिया की बशर अल असद सरकार है लेकिन अन्य समूहों ने भी इस तरह के हमले किए हैं और जांचकर्ताओं को इसकी जांच करनी चाहिए।
हालांकि, लेबर पार्टी के कुछ नेताओं ने इन हवाई हमलों के फैसले का समर्थन भी किया है। टेरेसा मे ने संसदीय मंजूरी के बिना इस हमले के पक्ष में लिए गए अपने फैसले पर विपक्षी पार्टियों की ओर से आलोचनाएं झेलने के बाद तीन घंटों से अधिक समय तक इस मसले से जुड़े सवालों का जवाब दिया। इस बीच उन्होंने अपने फैसले का दृढ़ता से बचाव किया।
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