लंदन: पूर्व रूसी जासूस सर्गेई स्क्रीपल और उनकी बेटी यूलिया को ब्रिटिश शहर सैलिसबरी में विषाक्त पदार्थ दिए जाने के मामले में ब्रिटेन और रूस के बीच मामला दिन-प्रतिदिन बेहद गंभीर होता जा रहा है। इसी बीच यूरोपीय संघ में नियुक्त रूसी राजदूत ने दावा किया है कि पूर्व जासूस को जहर देने में इस्तेमाल किया गया ‘नर्व एजेंट’ एक ब्रिटिश प्रयोगशाला से आया होगा। व्लादिमीर शिझोव ने कहा कि रूस के पास रसायनिक हथियारों का कोई जखीरा नहीं है और उनके देश का सर्गेई स्क्रीपल एवं उनकी बेटी यूलिया को जहर देने के पीछे कोई हाथ नहीं है।
रविवार को शिझोव की टिप्पणी प्रसारित की गई। इसमें उन्होंने BBC से कहा कि ब्रिटेन का रसायनिक हथियार शोध संस्थान, पोर्टन डाऊन सेलीसबरी से सिर्फ 12 किमी दूर है। यह पूछे जाने पर कि क्या वह कह रहे हैं कि पोर्टन डाउन जिम्मेदार है, उन्होंने जवाब दिया, ‘मैं नहीं जानता।’ वहीं, ब्रिटिश सरकार ने कहा कि रूसी राजनयिक का दावा बेतुका है। लंदन में नियुक्त रूसी राजदूत एलेक्जेंडर याकोवेंको ने ठंडे दिमाग से सोचने की अपील की। उन्होंने द मेल से रविवार को कहा कि विवाद खतरनाक रूप से बढ़ रहा है।
इससे पहले ब्रिटेन के विदेश मंत्री बोरिस जॉनसन ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन को सीधे-सीधे जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि इस बात की ‘पूरी संभावना है’ कि रूसी राष्ट्रपति ने पूर्व जासूस को जहर देने के आदेश दिए हों। वहीं, प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने कहा कि इस बात की ‘पूरी संभावना है’ कि सर्गेई स्क्रीपल और उनकी बेटी यूलिया पर हमले के लिए रूस सरकार जिम्मेदार हो।
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