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Hindi News विदेश यूरोप खतरे में थी स्पेस स्टेशन के अंतरिक्ष यात्रियों की जान? रूस ने दिया बड़ा बयान

खतरे में थी स्पेस स्टेशन के अंतरिक्ष यात्रियों की जान? रूस ने दिया बड़ा बयान

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के प्रशासक बिल नेलसन ने कहा कि अंतरिक्ष यात्रियों को अब सामान्य से 4 गुना अधिक जोखिम का सामना करना पड़ेगा।

Anti-Satellite Weapons Test, ISS Astronauts, ISS Astronauts Russia, Russia ISS Astronauts- India TV Hindi Image Source : WWW.NASA.GOV अमेरिकी अधिकारियों ने सोमवार को रूस पर एक मिसाइल से एक पुराने उपग्रह को नष्ट करने का आरोप लगाया था।

Highlights

  • अमेरिका ने रूस पर एक मिसाइल से एक पुराने उपग्रह को नष्ट करने का आरोप लगाया था।
  • रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोसकोस्मोस ने परीक्षण की पुष्टि नहीं की, न ही इससे इनकार किया।
  • रूस ने कहा कि ISS में मौजूद अंतरिक्ष यात्रियों की बेशर्त सुरक्षा उसकी मुख्य प्राथमिकता है।

मॉस्को: रूसी अधिकारियों ने मंगलवार को इन आरोपों को खारिज कर दिया कि उन्होंने अंतरिक्ष मलबे का 1,500 से अधिक टुकड़े पैदा करने वाला एक हथियार परीक्षण कर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर मौजूद व्यक्तियों के जीवन को खतरे में डाल दिया। अमेरिकी अधिकारियों ने सोमवार को रूस पर एक मिसाइल से एक पुराने उपग्रह को नष्ट करने का आरोप लगाया था। उन्होंने इसे लापरवाह और गैर जिम्मेदाराना कार्य करार दिया था। मलबा अंतरिक्ष स्टेशन को बड़ा नुकसान पहुंचा सकता है क्योंकि यह 28,000 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से अपनी कक्षा में परिक्रमा कर रहा है।

रूसी अंतरिक्ष एजेंसी ने नहीं की परीक्षण की पुष्टि
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के प्रशासक बिल नेलसन ने कहा कि अंतरिक्ष यात्रियों को अब सामान्य से 4 गुना अधिक जोखिम का सामना करना पड़ेगा। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने एक बयान में कहा, ‘यह परीक्षण स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करता है कि बाहरी अंतरिक्ष के शस्त्रीकरण का विरोध करने के अपने दावों के बावजूद वह अपने लापरवाह और गैर जिम्मेदाराना व्यवहार के जरिए सभी देशों के लिए बाहरी अंतरिक्ष के उपयोग को जोखिम में डालने को इच्छुक है।’ हालांकि, रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोसकोस्मोस ने परीक्षण की पुष्टि नहीं की, न ही इससे इनकार किया है।

‘यात्रियों की सुरक्षा हमारी मुख्य प्राथमिकता’
रूस ने मंगलवार को जारी एक अस्पष्ट ऑनलाइन बयान में सिर्फ यह कहा कि ISS में मौजूद अंतरिक्ष यात्रियों की बेशर्त सुरक्षा उसकी मुख्य प्राथमिकता है। हालांकि, रूस के रक्षा मंत्रालय ने परीक्षण किये जाने और सेवा से बाहर हो चुके एक उपग्रह को नष्ट करने की मंगलवार को पुष्टि की, लेकिन जोर देते हुए कहा कि अमेरिका निश्चित तौर पर जानता है कि मलबे के टुकड़े, परीक्षण के समय और कक्षा में परिक्रमा के मानदंडों के संदर्भ में, अंतरिक्ष स्टेशनों, अंतरिक्ष यान और अंतरिक्ष गतिविधियों को खतरा पैदा नहीं किया और न ही करेगा।

रूस के विदेश मंत्री ने आरोपों को बताया ‘पाखंड’
रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने यह आरोप भी लगाया कि यह कहना पाखंड है कि रूस ने अंतरिक्ष में शांतिपूर्ण गतिविधियों के लिए खतरा पैदा किया है। बता दें कि सोमवार सुबह स्थिति स्पष्ट हो जाने के बाद, ISS पर मौजूद 4 अमेरिकी, एक जर्मन और दो रूसी अंतरिक्ष यात्रियों को अपनी ‘कैप्सूल’ में फौरन आश्रय लेने को कहा गया था। वे 2 घंटे तक 2 कैप्सूल के अंदर रहे। नासा मिशन कंट्रोल ने कहा है कि बढ़ा हुआ खतरा अंतरिक्ष यात्री विज्ञान अनुसंधान व अन्य कार्य को बाधित करना जारी रख सकता है।

चीन, अमेरिका और भारत कर चुके हैं परीक्षण
बता दें कि चीन ने भी 2007 में इसी तरह का एक हथियार परीक्षण किया था, जिसके परिणामस्वरूप अंतरिक्ष में मलबे के अनगिनत टुकड़े बिखर गये थे। वहीं, अमेरिका द्वारा 2008 में और भारत द्वारा 2019 में उपग्रह रोधी मिसाइल परीक्षण काफी कम ऊंचाई पर, अंतरिक्ष स्टेशन से करीब 420 किमी नीचे किया गया था।

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