मॉस्को: रूस ने एक बड़े युद्धाभ्यास को शुरू किया है जिसने पश्चिमी देशों के कान खड़े कर दिए हैं। इसे शीत युद्ध के बाद रूस का अब तक का सबसे बड़ा युद्धाभ्यास कहा जा रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मिलिटरी ड्रिल में लगभग 300,000 जवान हिस्सा ले रहे हैं। रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि इस सैन्य अभ्यास वोस्तोक-2018 में पूर्वी और मध्य सैन्य डिस्ट्रिक्ट्स के सदस्यों, पैसिफिक एंड नार्थन फ्लीट्स, एयरबोर्न फोर्स, 1000 से ज्यादा विमान, 36,000 के आसपास टैंक और सशस्त्र वाहन भाग ले रहे हैं।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘जब हमने सैन्य अभ्यास की योजना बनाई, हमने सीमाओं पर सैन्य परिधि को मजबूत करने के लिए चीन, कजाकिस्तान, तजाकिस्तान और किर्गिज गणराज्य के साथ समझौते से संबंधित सारी प्रतिबद्धताएं निभाई।’ यह अभ्यास 17 सितंबर को समाप्त होगा और यह दो चरणों में आयोजित होगा। पहले चरण में जवानों को रूस के पूर्वी भाग, उत्तर-प्रशांत और उत्तरी सागर के पास तैनात किया जाएगा, जबकि दूसरे चरण में रक्षात्मक और हमलावर दोनों अभियान में अंतर-बल समन्वय का परीक्षण किया जाएगा।
माना जा रहा है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और 57 देशों के पर्यवेक्षक भी इस अभूतपूर्व सैन्य अभ्यास को देखेंगे। रूसी रक्षा मंत्री सर्गे शोयगु ने इस अभ्यास को काफी महत्वपूर्ण बताया है। आपको बता दें कि बीते कुछ महीनों में पश्चिमी देशों के साथ रूस के संबंध तनावपूर्ण ही रहे हैं। ब्रिटेन में रहने वाले पूर्व डबल एजेंट सर्गेई स्क्रीपल और उनकी बेटी यूलिया पर किए गए नर्व एजेंट के हमले का आरोप इन देशों ने रूस पर ही लगाया था। शायद यही वजह है कि रूस अब अपनी सैन्य ताकत एक बार फिर सारी दुनिया को दिखाना चाहता है।
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