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बेटी ने अपना दूध पिलाकर बचाई पिता की जिंदगी, जानिए पूरा मामला

स्वीडन यूनिवर्सिटी की एक प्रोफेसर कैथरीना स्वानबोर्ग कई सालों से इस मामले में रिसर्च कर रही हैं। कैथरीना ने बताया 'ट्यूमर सेल्स को नष्ट करने के लिए हेमलेट एक जादुई रूप में काम करता है।

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यूं तो हर डॉक्टर का कहना है कि नवजात शिशु को कम से कम 5 महीनों तक मां का दूध पिलाना चाहिए क्योंकि मां का दूध बच्चों को हर तरह की बीमारियों से लड़ने की शक्ति देता है। लेकिन हाल ही में स्वीडन के एक प्रोफेसर ने इस बात का दावा किया है कि ब्रेस्ट मिल्क से कैंसर का इलाज हो सकता है। अक रिसर्च में यह पाया गया कि ब्रेस्ट मिल्क में हेमलेट नामक पदार्थ पाया जाता है जो ट्यूमर के सेल्स को नष्ट करने में मदद करता है। (101 साल की उम्र में इन्होंने किया ऐसा कारनामा, जिसने भी सुना वह दंग रह गया)

स्वीडन यूनिवर्सिटी की एक प्रोफेसर कैथरीना स्वानबोर्ग कई सालों से इस मामले में रिसर्च कर रही हैं। कैथरीना ने बताया 'ट्यूमर सेल्स को नष्ट करने के लिए हेमलेट एक जादुई रूप में काम करता है। कैंसर रोगियों पर इसका परीक्षण किया जा चुका है, जिसका परिणाम काफी अच्छा और आश्चर्यचकित कर देने वाला था'। कैथरीना ने बताया कि '2015 में 64 साल का एक बुजुर्ग कैंसर से पीड़ित था जब ये बात उनकी 30 साल की बेटी (जिल) को पता चली, तो पिता को खोने के डर से वो अंदर से टूट गई।

जिल को ब्रेस्ट मिल्क के शोध के बारे में पता था। वहीं जब उसने ये बात अपने परिवार से शेयर की तो, उन्हें लगा वो मजाक कर रही हैं। दूसरी तरफ उसे ये भी डर था कि उसके पिता उसका ब्रेस्ट मिल्क नहीं पीएंगे। किसी तरह उसने अपने पिता को समझा-बुझाकर ब्रेस्ट मिल्क देना शुरू किया और आज उसके पिता सही सलामत हैं'।

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