सोफिया: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंगलवार को बुल्गारिया में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि वे लोग दोनों देशों के बीच ‘‘जीवित पुल’’ की भांती हैं। कोविंद अपने तीन यूरोपीय देशों की यात्रा के दूसरे चरण में साइप्रस से यहां आये हैं। राष्ट्रपति कोविंद साइप्रस की यात्रा के बाद राजधानी सोफिया पहुंचे हैं। साइप्रस में उन्होंने देश के राष्ट्रपति निकोस अनास्तासियादेस से मुलाकात की और तमाम मुद्दों पर चर्चा की। राष्ट्रपति सचिवालय ने ट्वीट किया है, भारत-बुल्गारिया की दोस्ती बहुत खास है। हमारे संबंध बहुत पुराने हैं। सचिवालय ने कहा, महान कवि रविन्द्र नाथ टैगोर ने 1926 में बुल्गारिया की यात्रा की थी। हमारे सांस्कृतिक संबंधों में एक नया अध्याय जोड़ा था। (जापान में पिछले 25 साल का सबसे शक्तिशाली तूफान, 7 लोगों की मौत, 200 घायल )
बुल्गारिया पहुंच कर राष्ट्रपति कोविंद ने अपने बुल्गारियाई समकक्ष रूमेन रादेव से भेंट की। दोनों की मुलाकात उस होटल में हुई जहां भारतीय प्रतिनिधिमंडल ठहरा हुआ है। राष्ट्रपति सचिवालय ने पहले ट्वीट किया था, राष्ट्रपति रादेव और बुल्गारिया की प्रथम महिला ने राष्ट्रपति कोविंद को विशेष सम्मान देते हुए होटल के मुख्य दरवाजे पर उनका स्वागत किया। भारतीय प्रतिनिधिमंडल इसी होटल में ठहरा है। उनका कहना है, राष्ट्रपति रादेव ने राष्ट्रपति कोविंद के साथ बातचीत में भारतीय संस्कृति और खास तौर से बौद्ध और योग, गीता और महाभारत के प्रति अपने लगाव पर बातचीत की। दोनों देशों के राष्ट्रपतियों ने रादेव की पसंदीदा हिन्दी फिल्म ‘हाथी मेरे साथी’ पर भी चर्चा की।
बुल्गारिया के इवो हृस्तोव हवाईअड्डे पर बुल्गारिया के उप प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति कोविंद और उनकी पत्नी का स्वागत किया। बुल्गारिया की यात्रा पर जाने वाले कोविंद पांचवें और पिछले 15 वर्षों में पहले भारतीय राष्टूपति हैं। अपनी यात्रा के अंतिम चरण में राष्ट्रपति कोविंद छह सितंबर को बुल्गारिया से चेक गणराज्य जाएंगे। इस यात्रा के दौरान राष्ट्रपति कोविंद के सम्मान में राष्ट्रपति रादेव भोज का आयोजन करेंगे। बुल्गारिया के प्रधानमंत्री बोयको बोरिसोव भी राष्ट्रपति कोविंद से मिलेंगे।
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