पेरिस: फ्रांस में रेलवे कर्मचारियों की हड़ताल के दूसरे दिन आज लाखों यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में परेशानियों का सामना करना पड़ा। रेलवे कर्मचारियों की यह हड़ताल राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों के लिए कड़ी परीक्षा की घड़ी है। देश की सात हाई स्पीड ट्रेनों में से सिर्फ एक संचालित हो रही है, जबकि क्षेत्रीय ट्रेनों की स्थिति भी कुछ ठीक नहीं है। (उत्पादों पर शुल्क लगाने के चलते अमेरिका के खिलाफ चीन उठाएगा बड़ा कदम )
कर्मचारियों का कहना है कि कर्ज में डूबे एसएनसीएफ में आमूल- चूल परिवर्तन पर यदि मैक्रों अपना रूख नहीं बदलते हैं तो हड़ताल जारी रहेगी। गौरतलब है कि मैक्रों की योजना सरकारी रेल ऑपरेटर एसएनसीएफ को सूचीबद्ध कंपनी में बदलने की है।
सरकार का कहना है कि इसकी100 प्रतिशत हिस्सेदारी उसके पास ही रहेगी। कर्मचारियों का कहना है कि एक रेलवे के निजीकरण की दिशा में सरकार का पहला कदम है।
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