दावोस: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दावोस में हिंदुस्तान का दम दिखाया। विश्व आर्थिक मंच पर पीएम मोदी ने दुनिया को नमो मंत्र दिया। उन्होंने पूरी दूनिया को तीन दुश्मनों को बारे में बताया। साथ ही इन शत्रुओं से निपटने का फॉर्मूला भी दिया। पीएम मोदी ने कहा कि जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद और आत्म केंद्रित होते जा रहे देश हैं, इन खतरों से जल्द ही निपटने की जरूरत है। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने कहा कि तमाम तरह की बदलवाओं ने पूरी दुनिया में दरार और दूरियां खड़ी कर दी हैं लेकिन भारत सबको जोड़ना चाहता है। हिंदुस्तान किसी को तोड़ने में विश्वास नहीं करता, भारत के लोग पूरे विश्व को एक परिवार मानते हैं।
'सही और गलत आतंकवाद में फर्क करना खतरनाक'
दावोस में पीएम मोदी ने आतंकवाद पर जोरदार वार किया और कहा कि आतंकवाद और हिंसा से बनने वाली दरार को खत्म करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, सही और गलत आतंकवाद में फर्क करना खतरनाक है। पढ़े लिखे लोग आतंकवादी बन रहे हैं। आतंकवाद, हिंसा से बनने वाले दरार खत्म करने जरूरत है।
मोदी ने बताई दुनिया के लिए 3 सबसे बड़ी चुनौतियां
पीएम मोदी ने दुनिया के लिए 3 सबसे बड़ी चुनौतियां बताईं। सबसे पहली उन्होंने क्लाइमेट चेंज को खतरा बताया, दूसरी आतंकवाद और तीसरी सबसे बड़ी चुनौती दुनिया के देशों का आत्मकेंद्रित होना।
PM मोदी के भाषण की बड़ी बातें-
दावोस में भारत की शुरुआत 1997 में हुई थी, अब तक भारत की जीडीपी 6 गुना हो चुकी है।
दुनिया के सामने शांति, स्थिरता, सुरक्षा गंभीर चुनौती
डेटा एक ग्लोबल फोर्स और बड़ी चुनौती है। विज्ञान, तकनीक और आर्थिक प्रगति से दीवारें भी बनी
मानवता के लिए दुनिया के सामने कई सवाल है, दरारों और दूरियों को मिटाकर साझा भविष्य का सपना जरूरी
वसुधैव कुटुंबकम दूरियों को मिटाने के लिए अहम सूत्र, दूरियों को मिटाने के लिए सहमति का अभाव है
हमारे विभाजन ने मानव जाति के संघर्ष को बढ़ा दिया
दुनिया के लिए बड़ी चुनौती क्लाइमेट चेंज, पर्यावरण में तेजी से बदलाव खतरनाक
भूमि माता और हम उसके संतान है
आतंकवाद से ज्यादा खतरनाक है अच्छा और बुरा आतंकवाद
ग्लोबलाइजेशन की चमक कम हो रही है, कई वर्ल्ड ऑर्गेनाइजेशन अपेक्षा के अनुरुप
देखिए वीडियो-
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