लड़कियों के परफ्यूम लगाने पर एक इमाम ने दिया क्या विवादित बयान, जानिए
जर्मनी के शहर कोलोन के एक इमाम ने नये साल पर युवकों के एक गुट द्वारा लड़कियों को छेड़ने और बलात्कार की घटना को सही ठहराते हुए तर्क दिया है कि अगर लड़कियां ''भड़काऊ कपड़े
जर्मनी के शहर कोलोन के एक इमाम ने नये साल पर युवकों के एक गुट द्वारा लड़कियों को छेड़ने और बलात्कार की घटना को सही ठहराते हुए तर्क दिया है कि अगर लड़कियां ''भड़काऊ कपड़े पहनेंगी और परफ़्यूम'' लगाएंगी तो उनका रेप होना लाज़मी है।
इमाम समी अबु यूसुफ़ ने कहा कि उन्हें इस घटना से ज़रा भी ताज्जुब नहीं हुआ क्योंकि लड़कियों ने परफ़्यूम लगा रखा था और भड़कीली पोशाक पहन रखी थी।
नये साल पर कोलोन सहर के सिटी सेंटर पर युवकों ने सैकड़ों लड़कियों के साथ छेड़ख़ानी की थी और तीन लड़ियों के साथ बलात्कार किया था।
कोलोन के इमाम ने एक रुसी टीवी से कहा कि इसमें लड़कियों का ही दो, है क्योंकि वे अर्धनग्न थी और उन्होंने परफ़्यूम लगा रखा था।
'कोई ताज्जुब की बात नहीं कि लड़कों ने उन पर हमला किया। इस तरह के कपड़े पहनना आग में घी डालने के समान है।'
समी अबु यूसुफ़ कोलोन में अल तौहीद मस्जिद के इमाम हैं जो सालाफ़िज़्म का प्रचार करते हैं जो सुन्नी इस्लाम का बेहद कट्टर रुप माना जाता है।
इस मस्जिद पर 2004 में अरब मुजाहिदीन के साथ सबंध के संदेह पर छापा मारा जा चुका है।
नये साल की घटना के संबंध में अब तक 800 से ज़्यादा शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं।
कोलोन की पुलिस इस घटना के सिलसिले में नॉर्थ अफ़्रीकी देशों के 21 लोगों से पूछताछ कर रही है। आठ लोग फिलहाल हिरासत में हैं।
एक महिला ने पुलिस को बताया कि उसे नॉर्थ अफ़्रीकी देशों के लगने वाले क़रीब 20 लोगों ने उसे गेरकर उससे छेड़ख़ानी की थी।
की महिलाओं ने मोबाइल फ़ोन, बैंक कार्ड्स और पैसे चोरी होने के भी आरोप लगाये हैं।
युवकों की भीड़ ने महिलाओं को घेर कर उनके गुप्तांगों से छेड़छाड़ की। इसी तरह की घटनाओं की ख़बरें जर्मनी के अन्य शहरों और स्वीडन, फ़िनलैंड और ऑस्ट्रिया से भी मिली हैं।
बताया जाता है कि इन धटनाओं में मुख्यत: अरब और नॉर्थ अफ़्रीकी देशों के लोग शामिल थे।