लंदन: कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के बीच ब्रिटेन की संसद में अगले सप्ताह कार्यवाही शुरू होगी। संसद की कार्यवाही के लिए इस बार कई तरह की व्यवस्था की गई है। सांसद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप के जरिए सदन की कार्यवाही में हिस्सा ले पाएंगे। लेकिन, जो सांसद संसद के भीतर जाकर कार्यवाही में हिस्सा लेना चाहेंगे पहले उनको शरीर के तापमान की जांच करानी होगी।
हाउस ऑफ कॉमन्स (निचले सदन) के स्पीकर लिंडसे होयले ने पिछले सप्ताह संसदीय अधिकारियों की मंजूरी के बाद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए जूम ऐप के इस्तेमाल की मंजूरी दे दी। हाउस ऑफ कॉमन्स के 700 साल के इतिहास में पहली बार इस तरह बैठक होगी। सांसद मंगलवार को बैठक की इस व्यवस्था को मंजूरी देंगे। लॉकडाउन के दौरान सामाजिक दूरी का कड़ाई से पालन करने के लिए कुछ ही सांसदों के अपने कक्ष में आने की संभावना है।
संसदीय कामकाज के प्रभारी अध्यक्ष होयले ने कहा, ‘‘बैठक के लिए मिली-जुली व्यवस्था के तहत इस तरह सदस्य अपने समुदायों के करीब रह पाएंगे। साथ ही सरकार चलाने के लिए अपना महत्वपूर्ण काम भी करेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं नहीं चाहता कि सदस्य और सदन के कर्मचारी अपनी जान को खतरे में डालें। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए काम करते हुए हम घर से ही काम करने के निर्देश का पालन कर सकते हैं और लोगों की जिंदगी बचा सकते हैं।’’
‘संडे टाइम्स’ के मुताबिक होयले ने तापमान जांचने का भी सुझाव दिया है क्योंकि वह चाहते हैं कि पहले यह देख लिया जाए कि सदस्य ‘स्वस्थ और ठीक’ हैं। ब्रिटेन में प्रधानमंत्री, मंत्री और कई सांसद भी संक्रमित हुए हैं। इस तरह की बैठक के लिए हाउस ऑफ कॉमन्स के चैंबर में आठ स्क्रीन लगायी जाएंगी। शुरुआत में कार्यवाही के दौरान केवल जरूरी सवाल किए जाएंगे और सरकार जवाब देगी। इसी तरह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही ही वोटिंग की भी व्यवस्था होगी ताकि विधेयकों को पारित कराया जा सके। हाउस ऑफ लॉर्ड्स (उच्च सदन) में भी अगले सप्ताह कार्यवाही शुरू होगी। पहली बार ऐसा होगा कि सदन में मौजूदगी के बिना सदस्य कार्यवाही में हिस्सा ले पाएंगे।
Latest World News