इस्लामाबाद: परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में भारत के प्रवेश को चीन की ओर से रोके जाने के बाद पाकिस्तान ने आज कहा कि उसने एनएसजी की सदस्यता के लिए औपचारिक तौर पर आवेदन कर दिया है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा कि विएना में पाकिस्तान के राजदूत ने कल एनएसजी को संबोधित एक पत्र के माध्यम से सदस्यता के लिए आवेदन किया।
वेपन ऑफ मास डेस्ट्रक्शन के प्रसार को रोकने में मदद का पाक दावा
इस पत्र में पाकिस्तान ने कहा है कि निर्यात नियंत्रण व्यवस्था में भागीदारी के लिए लिया गया निर्णय जनसंहारक हथियारों के प्रसार तथा इनकी आपूर्ति के माध्यमों को रोकने के अंतरराष्ट्रीय प्रयासों के प्रति पाकिस्तान के ठोस सहयोग को दर्शाता है।
शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए एटोमिक एप्लिकेशन के इस्तेमाल की विशेषज्ञता का भी दावा
विदेश विभाग ने कहा, शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए सभी तरह के परमाणु एप्लीकेशन को लेकर सेवाओं और एनएसजी द्वारा नियंत्रित वस्तुओं की आपूर्ति के लिए पाकिस्तान के पास विशेषज्ञता, मानव संसाधन, बुनियादी ढांचा और योग्यता है। उसने कहा कि पाकिस्तान परमाणु सुरक्षा को बहुत अधिक प्राथमिकता देता है। उसने परमाणु सुरक्षा को अंतरराष्ट्रीय मानकों तक लाने के लिए कानूनी, नियामक और प्रशासनिक कदम उठाएं हैं। पाकिस्तान का एनएसजी की सदस्यता का दावा चीनी चाल भी हो सकती है, क्योंकि ऐसा माना जा रहा है कि चीन की वजह से ही भारत का प्रवेश रोका गया था। बाद में चीन ने कहा था कि उसने भारत के प्रवेश में रोड़े नहीं अटकाए। भारत और पाकिस्तान दोनों के एनएसजी में प्रवेश दिया जाना चाहिए।
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