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BRICS शिखर सम्मेलन के लिए आज रूस पहुंचेंगे पीएम मोदी

उफा : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी BRICS और शांघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 3 दिन की यात्रा पर आज उफा पहुंचेंगे। इस दौरान यहां उनकी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ

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उफा : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी BRICS और शांघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 3 दिन की यात्रा पर आज उफा पहुंचेंगे। इस दौरान यहां उनकी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से अलग से मुलाकात हो सकती है।

SCO सम्मेलन में भारत को इस संगठन की पूर्व सदस्यता दिए जाने की संभावना है। इस संगठन में फिलहाल छह देश - चीन, रूस, कजाकिस्तान, किर्गीस्तान, उज्बेकिस्तान और ताजिकिस्तान शामिल हैं।

भारत को इसमें अभी पर्यवेक्षक का दर्जा हासिल है। इस समूह का गठन परस्पर संपर्क सुविधाएं बढ़ाने, आतंकवाद के विरुद्ध सहयोग के विस्तार, ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग तथा व्यापार बढ़ाने और नशीली दवाओं की तस्करी से निपटने पर केंद्रित है।

5 देशों के BRICS समूह (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) के शिखर सम्मेलन में आर्थिक क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा होगी। BRICS विकास बैंक की स्थापना के साथ इस सम्मेलन में स्थनीय मुद्राओं में ऋण सुविधा शुरू करने की संभावना पर भी विचार किया जा सकता है।

बैंक के पहले चेयरमैन भारत के बैंकिंग क्षेत्र की प्रमुख हस्ती के.वी. कामत बनाए गए हैं। मोदी और शी के अलावा ब्रिक्स सम्मेलन में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, ब्राजील की राष्ट्रपति डिल्मा रूसेफ और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा भी हिस्सा लेंगे।

मोदी ने सोमवार को दिल्ली से रवाना होने पहले एक बयान में कहा ‘मुझे उम्मीद है कि BRICS देशों के बीच आर्थिक सहयोग और सांस्कृतिक सहयोग की दिशा में सकारात्मक नतीजा निकलेगा।’ उन्होंने कहा था ‘पिछले साल ब्रिक्स सम्मेलन सार्थक रहा और मुझे भरोसा है कि पिछले सम्मेलन के दौरान हमने जिन क्षेत्रों में प्रगति की थी उससे आगे बढेंगे।’

SCO सम्मेलन के दौरान मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शरीफ के बीच अलग से मुलाकात और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा होने की संभावना है। दोनों देशों ने सद्भावपूर्ण पहले के तहत हाल ही में रमजान के मौके पर मछुआरों को जेलों से मुक्त किया है।

मछुआरों को छोड़े जाने से पहले मोदी ने 16 जून को शरीफ से फोन पर बात की और भारत की जेलों में बंद पाकिस्तान के मछुआरों को रमजान के पवित्र मौके पर आजाद करने के संबंध में भारत के फैसले से अवगत कराया। उन्होंने रमजान के मौके पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को बधाई भी दी और शांतिपूर्ण और दोस्ताना द्विपक्षीय संबंध पर जो दिया। दोनों पड़ोसियों के संबंध हाल में आपसी बयानबाजी से प्रभावित हुए हैं।

भारत ने 88 पकिस्तानी मछुआरों को और पाकिस्तान ने 111 भारतीय मछुआरों को छोड़ा। पाकिस्तान और भारत के बीच हाल में बयानबाजी का सिलसिला चला था। ढाका यात्रा के दौरान मोदी की पाकिस्तान पर आलोचनात्मक टिप्पणी और भारतीय सैनिकों की म्यांमार में छुपे उग्रवादियों के खिलाफ कार्रवाई के बाद दोनों पक्षों के नेताओं की ओर से तीखी टिप्पणियां कीं गयी थीं।

चीन द्वारा पाकिस्तान के साथ आर्थिक गलियारे के निर्माण किए जाने बनाने के संबंध में भारत की नाराजगी के बीच उम्मीद है कि मोदी की शी के साथ बैठक और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा करेंगे।

भारत ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के जरिए गुजरने वाली 46 अरब डॉलर की चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा परियोजना पर आपत्ति जताई है। चीन-पाकिस्तान के बीच तीन हजार किलोमीटर का यह आर्थिक गलियारा चीन के पश्चिमोत्तर में स्थित शिंचियांग स्वायत्त क्षेत्र के काशगर को पाकिस्तान के ग्वादार बंदरगाह से जोड़ेगा। यह गिलगिट-बाल्तिस्तान क्षेत्र से गुजरेगा।

भारत ने संयुक्त राष्ट्र में मुंबई हमले के सरगना जकी-उर-रहमान लक्ष्मी की रिहाई के संबंध में पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई को रोकने संबंधी चीन के रवैए पर भी चिंता जताई है। मोदी मध्य एशिया की पांच दिन की यात्रा पर हैं। वह कजाकिस्तान से रूस पहुंचेंगे।

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