हनोवर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जर्मनी के निवेशकों को भारत में अधिकाधिक निवेश करने के लिए आमंत्रित किया और साथ ही देश में खुद आकर नियामकीय माहौल में आए सुविधाजनक बदलाव को देखने का न्योता दिया। मोदी ने यहां भारत-जर्मनी कारोबारी सम्मेलन में अपने संबोधन में कहा, "मेरी आपको सलाह है कि आप खुद आकर भारत के नियामकीय वातावरण में आए बदलाव को महसूस करें।"
भारत इस साल दुनिया के सबसे बड़े औद्योगिक मेले हनोवर मेसे का साझेदार देश है। मोदी और जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने रविवार शाम मेले का उद्घाटन किया।
मोदी ने कहा, "मैं जर्मनी की कंपनियों को भरोसा दिलाता हूं कि भारत अब एक बदला हुआ देश है। हमारी नियामकीय व्यवस्था पहले से अधिक पारदर्शी, जवाबदेह और स्थिर है और हमने पिछली तिथि के प्रभाव से लागू होने वाली कई कर व्यवस्था को समाप्त कर दिया है।"
मेले में आम तौर पर करीब 6,000 प्रदर्शक और करीब दो लाख दर्शक पहुंचते हैं।
भारत 2006 में भी मेले का साझेदार देश था। इस वर्ष मेले में 350 भारतीय कंपनियां हिस्सा ले रही हैं।
इन दिनों मेक इन इंडिया का लोगो शेर जर्मनी में हर जगह देखा जा सकता है।
मोदी ने कहा कि मेक इन इंडिया के लोगो शेर का चुनाव काफी सोच समझ कर किया गया है। शेर को रोका नहीं जा सकता है। उसी तरह हमारी यात्रा को भी नहीं रोका जा सकता है।
उन्होंने कहा, "भारत-जर्मनी आर्थिक सहयोग में काफी संभावना है। हमारी साझेदारी अभी उस स्तर पर नहीं पहुंच पाई है, जहां हम इसे देखना चाहते हैं।"
जर्मनी भारत में आठवां सबसे बड़ा प्रत्यक्ष विदेशी निवेशक (एफडीआई) है। 1991 से लेकर 2014 तक जर्मनी ने भारत में कुल 7.57 अरब डॉलर मूल्य का एफडीआई किया है।
जर्मनी यूरोपीय संघ में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार भी है। दोनों देशों का आपसी व्यापार 2014 में 16 अरब यूरो था।
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