बर्लिन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जर्मनी यात्रा के दौरान मंगलवार को पुरजोर तरीके से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत को स्थायी सदस्यता देने की मांग की और कहा कि "शांति भारत के रक्त में है" तथा भारत ने लगातार संयुक्त राष्ट्र के शांति स्थापना अभियानों में योगदान दिया है। जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल के साथ संयुक्त रूप से एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मोदी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि भारत ने कभी भी किसी देश पर हमला नहीं किया और यह देश महात्मा गांधी और गौतम बुद्ध जैसे महान लोगों का देश है।
मोदी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र इस वर्ष अपनी स्थापना के 70 वर्ष पूरे करने जा रहा है लेकिन यह खेदजनक है कि भारत को अबतक सुरक्षा परिषद की सदस्यता नहीं दी गई है।
प्रथम विश्व युद्ध में 14 लाख भारतीय जवानों ने हिस्सा लिया था और इस घटना के पूरे 100 वर्ष हो चुके हैं, लेकिन भारत को अब तक इसका कोई लाभ नहीं मिला, जबकि "संयुक्त राष्ट्र का गठन होने के बाद से भारत उन देशों में है जिसने शांति स्थापना प्रयासों में सर्वाधिक योगदान दिया और उसके योगदान की सराहना भी की गई।"
मोदी ने कहा, "उस देश (भारत) को सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता नहीं मिलती है, जिसे 70 वर्षो तक इसका इंतजार करना पड़ा है, जिसके रक्त में ही शांति है..उस देश के साथ न्याय होना चाहिए।"
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