कश्मीर पर फ्रांस ने खुलकर किया भारत का समर्थन, कहा-कोई तीसरा न करे हस्तक्षेप
कश्मीर पर फ्रांस ने एक बार फिर से खुलकर भारत का समर्थन किया है। फ्रांस ने साफ कहा है कि भारत ने कश्मीर पर जो फैसला किया है वो उसकी संप्रभुता का निर्णय है और फ्रांस इस मुद्दे पर भारत के साथ है।
नई दिल्ली: कश्मीर पर फ्रांस ने एक बार फिर से खुलकर भारत का समर्थन किया है। फ्रांस ने साफ कहा है कि भारत ने कश्मीर पर जो फैसला किया है वो उसकी संप्रभुता का निर्णय है और फ्रांस इस मुद्दे पर भारत के साथ है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युएल मैक्रों ने कहा कि कश्मीर भारत-पाकिस्तान का द्विपक्षीय मुद्दा है इसलिए किसी भी तीसरे देश को इसमें नहीं आना चाहिए। मैक्रों ने ये भी कहा कि वो कश्मीर पर द्विपक्षीय बातचीत के लिए पाकिस्तान से बात करेंगे। इससे पहले फ्रांस ने यूएन में भी कश्मीर पर भारत का समर्थन किया था।
दो दिनों के दौरे पर जी-7 समिट में हिस्सा लेने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युल मैक्रों के बीच द्विपक्षीय बात हुई तो बात कश्मीर पर भी हुई। वो कश्मीर जिसका रोना पाकिस्तान हर दहलीज़ पर रो रहा है। उसी कश्मीर पर फ्रांस ने दुनिया को बता दिया और पाकिस्तान को चेता दिया कि वो हिंदुस्तान और उसके प्रधानमंत्री मोदी की नीति और नीयत के साथ खड़ा है इसलिए बेहतर है कि इमरान अपनी उछल कूद कश्मीर पर बंद कर दें।
मैक्रों ने कहा, ‘‘मैंने उनसे कहा कि भारत और पाकिस्तान को इस मुद्दे का समाधान निकालना होगा और किसी तीसरे पक्ष को इस क्षेत्र में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए या हिंसा को भड़काना नहीं चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि क्षेत्र में शांति बनाए रखी जानी चाहिए और लोगों के अधिकारों की रक्षा की जानी चाहिए। फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘मैं कुछ दिनों बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से भी बात करूंगा और उनसे कहूंगा कि वार्ता द्विपक्षीय होनी चाहिए।’’
फ्रांस उन मुल्कों में शामिल है जिसने यूएन में कश्मीर पर पाकिस्तान और चीन की इंटरनेशनल चाल के खिलाफ़ सबसे पहले भारत का साथ दिया था। इस बात को उसके राष्ट्रपति ने फिर दोहरा दिया। उनके बयान से कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता का राग अलापने वाले अमेरिका के राष्ट्रपति को भी साफ संदेश चला गया कि मिस्टर ट्रंप इस विवाद से उचित दूरी बना कर रखें।
दरअसल आर्टिकल 370 हटने के बाद कश्मीर पर बौखलाया पाकिस्तान जन्नत में अफवाह से लेकर आतंकवाद के बीज बोने तक का हर पैंतरा अपना रहा है। इसी को लेकर फ्रांस ने दो टूक कहा है कि भारत ने कश्मीर में जो कुछ किया वो उसके साथ है। इतना ही नहीं कश्मीर के बाद मैक्रों ने आतंकवाद पर भी इशारों में पाकिस्तान को घेर लिया और बता दिया कि इस मुहिम में वो प्रधानमंत्री मोदी के साथ खड़ा है।
मैक्रों के बयान के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और फ्रांस के बीच दोस्ती किसी स्वार्थ पर नहीं टिकी है, बल्कि यह स्वतंत्रता, समानता और भाइचारे के ठोस सिद्धांतों पर आधारित है। मोदी ने कहा, ‘‘दोनों देश लगातार आतंकवाद का सामना कर रहे हैं। हमारा इरादा आतंकवाद के खिलाफ सहयोग को व्यापक बनाना है।’’ उन्होंने कहा कि फ्रांस और भारत जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण और प्रौद्योगिकी समावेशी विकास की चुनौतियों का सामना करने के लिए एक साथ खड़े हैं।