अंताल्या: तुर्की के तटीय शहर अंताल्या में शुरू हुए जी20 शिखर सम्मेलन में पेरिस हमलों का मुद्दा छाया रहा जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद से लड़ने के लिए एकजुट वैश्विक प्रयासों का आह्वान किया वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने आईएसआईएस के नेटवर्क को नेस्तानाबूद करने के लिए प्रयास दोगुने करने का संकल्प लिया।
आतंकवाद के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया जा सकता है
जी20 शिखर सम्मेलन में जहां मुख्य रूप से समावेशी आर्थिक विकास और जलवायु परिवर्तन के विषयों पर चर्चा अपेक्षित है, वहीं अब कल दो दिवसीय सम्मेलन के समापन में एक प्रस्ताव पारित किया जा सकता है जिसमें आतंकवाद के लिए मददगार हालात पर ध्यान देकर अधिक व्यापक रख अपनाने और इसकी आर्थिक सहायता की कड़ी को समाप्त करने के संबंध में बेहतर समन्वय और सूचनाओं के आदान-प्रदान की बात कही जाएगी।
अधिकारियों ने कहा कि आतंकवाद पर यह विशेष प्रस्ताव शिखर सम्मेलन की मुख्य घोषणा से अलग हो सकता है। घोषणा में फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स को तेजी से लागू करने की बात हो सकती है जिसमें लोगों द्वारा इस्लामिक स्टेट जैसे संगठनों को धन भेजने से रोकना शामिल है।
आतंकवाद में प्रौद्योगिकी, संचार का इस्तेमाल होने और इंटरनेट समेत अनेक माध्यमों से आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले संसाधनों के उपयोग से आतंकवादियों को दूर करने की भी योजना है।
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की-मून ने कहा है कि वह जल्द ही संयुक्त राष्ट्र महासभा को आतंकवाद तथा उग्रवाद से निपटने के लिए एक व्यापक योजना सौंपेंगे।
जी20 सम्मेलन की आधिकारिक शुरूआत से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा ने तुर्की के राष्ट्रपति रिसेप तायिप इरदोगन समेत दुनिया के नेताओं के साथ आमने-सामने मुलाकात की।
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