लंदन: ब्रिटिश मीडिया में ‘व्हाइट विडो’ (श्वेत विधवा) के नाम से चर्चित महिला आतंकी और उसका नाबालिग बेटा सीरिया में अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए। सोशल मीडिया पर इस्लामिक स्टेट समर्थित प्रचार के लिए पहचानी जाने वाली और दुनिया की मोस्ट वॉन्टेड महिला आतंकी कही जाने वाली सैली जोन्स और उसके 12 साल के बेटे जोजो के मारे जाने की खबर है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इनकी मौत जून में अमेरिकी सेना द्वारा किए गए ड्रोन हमले में हुई है। सैली जोन्स मारी आतंकी संगठन आइएस के लिए आतंकियों की ऑनलाइन भर्ती करती थी।
50 साल की सैली इंग्लैंड के केंट काउंटी की रहने वाली थी और वह इस्लाम धर्म अपनाकर इस्लामिक स्टेट के लिए लोगों को जिम्मेदारी सौंपने वाली सबसे खूंखार व्यक्ति बन गई थी। द टाइम्स ने ब्रिटिश सरकार के सूत्र के हवाले से सैली और उसके बेटे के मारे जाने के बारे में बताया। सैली का पति जुनैद हुसैन बर्मिंघम का कम्प्यूटर हैकर था और वह भी इस्लामिक स्टेट का कार्यकर्ता था। उसकी अगस्त 2015 में उत्तरी सीरिया के राका में ड्रोन हमले में मौत हुई थी। इसके बाद सैली जोन्स ब्रिटिश मीडिया में 'व्हाइट विडो' नाम से मशहूर हो गई थी।
जोन्स इस्लामिक स्टेट में शामिल होने से पहले एक बैंड में सिंगर थी। वह केंट की सदर्न काउंटी शैथम में रहती थी और साल 2013 में सीरिया चली गई। वहीं पर सैली ने हुसैन से शादी की थी। हुसैन से जोन्स की मुलाकात ऑनलाइन हुई थी। सोशल मीडिया पर आंतकी संदेश पोस्ट करने वाली सैली ने खुद की एक तस्वीर पोस्ट की थी जिसमें वह नन की वेशभूषा में कैमरा की ओर बंदूक ताने खड़ी थी।
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