लंदन: ब्रिटेन में हुए एक लोकल चुनाव में भारतीय मूल के एक शख्स राहुल तरार ने वह कर दिखाया जो उनसे पहले किसी भारतवंशी ने नहीं किया था। गुरुवार को हुए स्थानीय चुनाव में राहुल ने स्विंडन बोरो काउंसिल के सेंट एंड्रयू वार्ड के लिए अपने निकटतम प्रतिद्वंदी लेबर पार्टी के उम्मीदवार को हरा दिया। राहुल ने कंजर्वेटिव पार्टी के टिकट पर यह चुनाव लड़ा। रुहेलखंड यूनिवर्सिटी से बीटेक कर चुके राहुल तरार भारतीय मूल के पहले ऐसे शख्स हैं जिन्होंने स्विन्डन बोरो काउंसिल के चुनाव में कजर्वेटिव पार्टी की ओर से जीत हासिल की है।
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के मूल निवासी राहुल के परिवार के सदस्य गुरुग्राम के सेक्टर 21 में रहते हैं। राहुल के सफर की बात करें तो 1999 में रुहेलखंड यूनिवर्सिटी से बीटेक करने के बाद उन्होंने 2002 में सीमेंस में कंप्यूटर इंजीनियर के तौर पर काम करना शुरू किया। इसके बाद 2005 में वह इंग्लैंड चले गए और अपनी पत्नी सुषमा तरार के साथ वहीं बस गए। राहुल फिलहाल खुद की कंपनी टेलीग्लोबल कंसल्टिंग में एमडी हैं और अब गुरुवार को वह स्विंडन बोरो काउंसिल चुनाव में काउंसलर भी बन गए हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, राहुल ने इन चुनावों में 55 पर्सेंट वोट हासिल किया। स्विंडन बोरो काउंसिल की सेंट ऐंड्र्यू सीट के लिए राहुल तरार सहित कुल 5 उम्मीदवार मैदान में थे। कंजरवेटिव पार्टी के उम्मीदवार राहुल तरार को कुल मिलाकर 1596 वोट मिले जबकि लेबर पार्टी के जैसन मिल्स 29 फीसदी यानी कि कुल 856 वोट ही हासिल कर पाए। बाकी बचे 3 उम्मीदवारों में से किसी को भी 10 प्रतिशत से ज्यादा वोट नहीं मिले। यह चुनाव जीतने के बाद राहुल स्विंडन बोरो इलेक्शन में चुने गए 58 काउंसलर में से एक हैं, जो स्विंडन यूनिटरी अथारिटी के विकास का काम देखेगी।
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