लंदन: ब्रिटेन के आम चुनाव में वुल्वरथैम्पटन दक्षिण-पश्चिम से कंजरवेटिव पार्टी के भारतवंशी सांसद पॉल उप्पल लेबर पार्टी के उम्मीदवार रॉब मैरिस से हार गए हैं। मतदान गुरुवार को हुआ था। उन्हें मैरिस ने 1,000 से भी कम वोट से हराया है।
वुल्वरथैम्पटन दक्षिण-पश्चिम में सिख मतदाताओं की संख्या काफी है। इस नतीजे ने उस रुख को स्पष्ट कर दिया है कि सिख या तो लेबर के साथ बने हुए हैं, जैसा कि ईलिंग साउथाल से वीरेंद्र शर्मा के फिर से निर्वाचित होने से साबित हुआ है, या फिर कंजरवेटिव से इस पार्टी की तरफ लौटे हैं।
भारतवंशी सांसदों की संख्या इस बार लगभग 10 रहने की संभावना है।
पाकिस्तान मूल के सांसदों की संख्या में वृद्धि के आसार हैं, जबकि श्रीलंकाई मूल के सिर्फ एक सांसद रानिल जयवर्धने हैं।
बांग्लादेशी मूल के सांसदों की संख्या एक से तीन हो गई है। इनमें बांग्लादेश के संस्थापक मुजीबुर रहमान की पोती तुलिप सिद्दीक भी शामिल हैं, जिन्होंने लंदन के हैम्पस्टीड और किलबर्न सीट से चुनाव जीता है।
आम चुनाव के नतीजों में कंजरवेटिव सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी है और बहुमत के करीब है। इसका मतलब यह है कि डेविड कैमरन एक बार फिर प्रधानमंत्री पद संभालेंगे।
दूसरी ओर, स्कॉटलैंड में स्कॉटिश नेशनलिस्ट को बड़ी जीत मिली है। मतगणना की रात सबसे बड़ा झटका लिबरल डेमोक्रेट्स को लगा है, जो कि पिछले पांच सालों से सरकार में कंजरवेटिव की सहयोगी रही है।
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