पेरिस: करीब तीन दशक बाद पूर्व सोवियत संघ की सीमा के बाहर हवाई हमले की रूस ने जो शुरुआत की है, वह थमने का नाम ही नहीं ले रही। जब रूस के लड़ाकू विमानों ने तीसरे दिन भी सीरिया में बम बरसाए, तो फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने अपने रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन को नसीहत दे डाली कि मॉस्को को अपने हवाई हमले इस्लामिक स्टेट तक सीमित रखने चाहिए तथा दमिश्क सरकार का विरोध कर रहे अन्य विद्रोहियों को निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए।
पुतिन, ओलांद और मर्केल की पेरिस में बैठक
फ्रांस के राष्ट्रपति ओलांद ने कल यूक्रेन पर पश्चिमी चिंताओं के समाधान के लिए हुई बैठक में पुतिन से यह बात कही। पेरिस में हुई इस बैठक में पुतिन की मुलाकात ओलांद, यूक्रेन के राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेंको और जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल से हुई।
ओलांद ने कहा रूसी हमलों का मुख्य निशाना IS नहीं
फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने पुतिन से कहा कि तीन दिनों में सीरिया में रूसी हमलों में से केवल एक में इस्लामिक स्टेट को निशाना बनाया गया है। अन्य हमले विद्रोहियों के नियंत्रण वाले इलाकौं पर हुए हैं ।
रूस ने हमेशा असद को दिए हथियार
ओलांद ने संवाददाताओं से कहा, रूस हमेशा से सीरिया में शामिल रहा है। शुरूआत से ही, रूस बशर अल असद का समर्थन करता रहा है और उन्हें हथियार उपलब्ध कराता रहा है। लेकिन मैंने पुतिन से कहा कि हमले सिर्फ इस्लामिक स्टेट तक सीमित रहने चाहिए।
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