लंदन: ब्रिटेन के लिए ब्रेग्जिट पर अमल कर पाना आसान नहीं लग रहा है। इसके मौजूदा स्वरूप को लेकर संशय बरकरार है। इस बीच फ्रांसीसी यूरोप मंत्री नताली लोइजौ ने यूरोपीय संघ के साथ भविष्य के व्यापारिक संबंधों के लिए ब्रिटेन की ब्रेक्जिट रूपरेखा पर शुक्रवार को एक बार फिर से संशय जाहिर किया और चेतावनी दी कि उसके (ब्रिटेन के) मौजूदा प्रस्ताव को अमल में लाना ‘संभव नहीं है।’ लोइजौ ने कहा कि जुलाई में ब्रितानी प्रधानमंत्री टेरीजा मे की यह योजना सामने आई थी।
मंत्री ने कहा कि योजना में यह विचार रखा गया है कि ब्रिटेन यूरोपीय संघ (EU) के एकल बाजार से तो हटने जा रहा है लेकिन वह सीमाशुल्क एवं आम नियम पुस्तिका के जरिये सामान के मुक्त कारोबार क्षेत्र में बना रहेगा। उन्होंने कहा ब्रिटेन का यह प्रस्ताव अव्यावहारिक है। EU का कनाडा के साथ अपने मुक्त व्यापार समझौते को फिर से दोहराने या एकल बाजार तक इसके गैर-सदस्य नॉर्वे की पहुंच बनाने का प्रस्ताव है, जिसका मे विरोध कर रही हैं क्योंकि यह संघ के बजट में भुगतान को आवश्यक बनाता है और इसके तहत लोगों की मुक्त आवाजाही जैसे नियमों को भी ब्रिटेन को स्वीकार करना होगा।
लोइजौ ने BBC से कहा, ‘ब्रिटिश सरकार द्वारा बनाये गये मौजूदा प्रस्ताव के साथ समस्या है कि यह कनाडा की आपत्तियों के साथ नॉर्वे के लाभ में शामिल होगा और यह संभव नहीं है।’ उन्होंने कहा कि ब्रिटेन को निश्चित रूप से ईयू के महत्वपूर्ण सिद्धांतों का पालन करना चाहिए। लोइजौ ने कहा, ‘उनके (नॉर्वे एवं कनाडा के) बीच कुछ है लेकिन यूरोपीय संघ के साथ संबंध में अधिकारों एवं अनुपालनों के बीच संतुलन होना चाहिए।’
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