कोपेनहेगन: डेनमार्क की सरकार ने पुराने पड़ चुके एफ-16 लड़ाकू विमानों को बदलने के लिए एफ-35 विमान खरीदने की सिफारिश की है। इस विमान का निर्माण अमेरिका की कंपनी लाकहीड मार्टिन करती है। दिलचस्प बात यह है कि एफ-16 लड़ाकू विमान को लेकर पाकिस्तान और अमेरिका में तनातनी चल रही है, क्योंकि पाक सेना इन विमानों को अत्याधुनिक मानती है और अमेरिका से रियायती कीमत पर इन्हें खरीदने की कोशिश पाक सरकार कर रही है।
डेनमार्क खरीदेगा 27 एफ-35 फाइटर प्लेन
डेनमार्क के प्रधानमंत्री लार्स लोइके रासमुसेन ने रक्षा मंत्री पीटर क्रिटेनसेन के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में 27 एफ-35 लड़ाकू विमान खरीदने की घोषणा की। रासमुसेन ने कहा, "इन विमानों को खरीदने का लक्ष्य शस्त्र क्षमता में बढ़ोतरी करना नहीं है। हम इन विमानों को पुराने विमानों की जगह तैनात करेंगे।"
डेनमार्क सरकार को खर्च करने होंगे करीब 3 अरब डॉलर
क्रिटेनसेन के मुताबिक इस 27 लड़ाकू विमानों को खरीदने पर 20 अरब डेनिश क्रोनर (3.06 अरब डॉलर) का खर्च आएगा। वहीं, स्थानीय मीडिया के मुताबिक डेनमार्क की आम जनता इन विमानों को खरीदने के फैसले के खिलाफ है। राजनीतिक वेबसाइट एलटिंगेट द्वारा करवाए गए एक सर्वेक्षण में 59 फीसदी डेनमार्क के नागरिकों ने इतनी महंगी खरीदारी को सही नहीं बताया। केवल 25 फीसदी जनता ने ही इसे सही ठहराया है।
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