लंदन: दुनिया के सबसे ताकतवर रेडियो दूरदर्शी का इस्तेमाल करते हुए खगोलविदों ने करीब 208 प्रकाश वर्ष की दूरी पर स्थित एक पुराने और खत्म हो रहे तारे का अवलोकन किया, जिससे इस बात को समझने में मदद मिल सकती है कि कुछ अरब वर्षों बाद पृथ्वी कैसे खत्म होगी।
खगोलविद दस अरब वर्ष पुराने एल 2 पुपिस के जरिए कई सवालों के जवाब ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं। करीब पांच अरब वर्ष पहले यह तारा आज के सूर्य की तरह का था। बेल्जियम के केयू लोवेन खगोलशास्त्र संस्थान की प्रोफेसर लीन डेसिन ने कहा, आज से पांच अरब वर्ष बाद सूर्य एक विशाल लाल तारे का रूप ले चुका होगा, मौजूदा आकार से लगभग 100 गुना अधिक बड़ा।
डेसिन ने साथ ही कहा, शक्तिशाली नक्षत्रीय वायु के जरिये इसके द्रव्यमान में भी तेजी से कमी आएगी। आज से करीब सात अरब वर्ष बाद यह एक छोटे और उजले बौने तारे के रूप में परिवर्तित हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इसका आकार लगभग पृथ्वी के आकार के समान होगा लेकिन वजन ज्यादा होगा।
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