जगरेब: कोरोना वायरस के खतरे से पहले से ही जूझ रहा क्रोएशिया रविवार को भूकंप के ताकतवर झटकों से दहल गया। भूकंप की वजह से लोग घबरा गए और अस्पतालों को खाली कराना पड़ा। इस दौरान कई इमारतों को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा जिसमें राजधानी जगरेब का मशहूर गिरजाघर भी शामिल है। अधिकारियों ने बताया कि भूंकप की वजह से 15 साल की एक किशोरी की स्थिति नाजुक है जबकि 16 अन्य लोग घायल हैं। बता दें कि इस समय देश में कोरोना वायरस का भी संक्रमण फैला हुआ है और देश की राजधानी जगरेब को इसके चलते आंशिक तौर पर बंद रखा गया है।
पिछले 140 सालों में सबसे भयानक भूकंप
यूरोपीय भूकंप एजेंसी ईएमएससी ने बताया कि सुबह 6 बजकर 23 मिनट पर 5.3 तीव्रता का भूंकप जगरेब में आया और इसका केंद्र जगरेब के उत्तर में 10 किलोमीटर की गहराई में था। क्रोएशिया के प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेनकोविक ने कहा कि पिछले 140 साल में जगरेब में आया यह सबसे भयानक भूकंप है। यहां कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। सड़कों पर मलबा बिखरा हुआ है। यह भूकंप ऐसे समय में आया है जब राजधानी में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए आंशिक तौर पर बंद लागू किया गया है।
अब तक 235 मामलों की हुई पुष्टि
लोगों को सार्वजनिक स्थलों पर जाने से बचने के लिए कहा गया था लेकिन भूकंप के दौरान लोगों के पास अपने घरों से निकल कर बाहर जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। क्रोएशिया में अब तक कोरोना वायरस के 235 मामलों की पुष्टि हो चुकी है और एक शख्स की मौत की भी खबर है। देश के स्वास्थ्य मंत्री विली बेरोस ने कहा, ‘भूकंप खतरनाक है लेकिन कोरोना वायरस उससे भी ज्यादा खतरनाक है।’ वहीं प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के सामने 2 समानांतर संकट है और दोनों ही एक-दूसरे के विपरित है।
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