Coronavirus: कई देशों ने पांबदियों में कुछ ढील दी पर लोगों में अब भी भय व्याप्त
जर्मनी की राजधानी बर्लिन में बुधवार को छोटी दुकानें दोबारा खुल गई। इसी प्रकार कुछ देशों ने अपनी अर्थव्यवस्था को चलाने के लिए, लॉकडाउन में छूट देने की शुरुआत की है, जिसे कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लागू किया गया था।
बर्लिन: जर्मनी की राजधानी बर्लिन में बुधवार को छोटी दुकानें दोबारा खुल गई। इसी प्रकार कुछ देशों ने अपनी अर्थव्यवस्था को चलाने के लिए, लॉकडाउन में छूट देने की शुरुआत की है, जिसे कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लागू किया गया था। हालांकि, घबराए हुए कुछ कामगारों और ग्राहकों ने आशंका जताई है कि हालात सामान्य होने में लंबा समय लग सकता है। यूरोपीय देश डेनमार्क और ऑस्ट्रिया में भी पाबंदियों में ढील दी गई है। फ्रांस में मैक्डोनल्ड की सेवाएं दोबारा बहाल होने के बाद कुछ दुकानों के सामने लंबी कतारें देखने को मिलीं।
अमेरिका के कुछ राज्य भी लोगों द्वारा लॉकडाउन का विरोध करने और काम पर लौटने की मांग के बाद पाबंदियों में ढील दे रहे हैं। कोविड-19 के संक्रमण से बुरी तरह प्रभावित इटली, स्पेन, चीन और न्यूयॉर्क में इस वायरस के कारण रोजाना होने वाली मौत में कमी आई और अस्पताल आने वाले नये संक्रमितों की संख्या में भी गिरावट आई जबकि कुछ अन्य इलाकों में दोबारा मामले बढ़ रहे हैं। सिंगापुर कोरोना वायरस संक्रमितों का पता लगाने और फैलने से रोकने के मामले में आदर्श के रूप में स्थापित हुआ था लेकिन अब वहां नये मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है जिसकी वजह से सरकार को बुधवार को घोषणा करनी पड़ी कि देश में लॉकडाउन जून तक रहेगा।
अमेरिका के कैलिफोर्निया में स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि 29 फरवरी को वाशिंगटन राज्य में देश की कोविड-19 से होने वाली पहली मौत दर्ज होने से हफ्तों पहले राज्य में दो लोगों की मौत इस वायरस से हो चुकी थी। इस जानकारी से संकेत मिला है कि अमेरिका में और पहले ही संक्रमण पहुंच गया था। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन को लेकर लोगों की व्यग्रता बढ़ती जा रही है क्योंकि लाखों लोगों की नौकरी चली गई है, जबकि जिन इलाकों में कारोबार खोलने की अनुमति दी गई है, वहां भी झिझक देखी जा रही है। बर्लिन में करीब एक महीने के बाद खिलौनों की अपनी छोटी सी दुकान खोलने वाली गेलिना हूगे ने बदलाव का स्वागत किया लेकिन चिंतित भी दिखीं।
उन्होंने कहा, ‘‘निश्चित रूप से मैं खुश हूं कि दोबारा मैं दुकान खोल सकी और संकट में बच पाई।’’ हूगे ने बताया कि सरकार ने दुकान का किराया और बिजली पानी आदि के खर्च को वहन किया है। उन्होंने कहा, ‘‘ मैं अपेक्षाकृत सुरक्षित महसूस करती हैं और इसकी वजह जर्मनी की सार्वभौमिक स्वास्थ्य बीमा और मजबूत सामाजिक सुरक्षा योजना है, लेकिन इस बात को लेकर चिंतित हूं कि कुछ जर्मनवासी अभी भी स्थिति की गंभीरता को समझ नहीं रहे हैं।’’ हुगे ने कहा, ‘‘ नियमों में ढील का अभिप्राय यह नहीं है कि सबकुछ ठीक हो गया है। यह लंबे समय के लिए ठीक नहीं हुआ है।’’ सर्बिया ने बुधवार को खुले में खाने पीने का सामान बेचने वाले बाजार को खोल दिए। हालांकि, दुकानदारों को मास्क और दस्ताने पहनने होंगे।
इसके साथ ही प्रौद्योगिकी आधारित सामान और किताब बेचने की दुकानें भी खोल दी गईं। प्रशासन ने कर्फ्यू की अवधि में भी एक घंटे की कटौती की है और 65 तक के उम्र के लोगों को सप्ताह में तीन बार घर से निकलने की अनुमति दी है। सर्बिया में बुजुर्गों को करीब एक महीने से घर में ही रहने के आदेश थे। यहां पर कोविड-19 के 6,890 मामले आए हैं जिनमें से 130 लोगों की मौत हुई है। अटलांटिक महासागर के पार जॉर्जिया के सवाना में गर्वनर ब्रायन केम्प ने इस हफ्ते जिम और सैलून दोबारा खोलने की अनुमति देने घोषणा की थी लेकिन जिम मालिक मार्क लेबोस का कहना है कि इस समय काम करना पेशेवर लापरवाही होगी। लेबोस ने कहा, ‘‘हम मौत के प्रसारक नहीं बनेंगे, फिर नहीं भुगतेंगे।’’
कैलिफोर्निया के सैंटा क्लारा काउंटी के अधिकारियों ने बताया कि क्रमश: छह और 17 फरवरी को दो लोगों की घर में मौत हुई थी। बाद में अमेरिकी रोग निवारण एवं नियंत्रण केंद्र ने उनके कोरोना वायरस संक्रमित होने की पुष्टि की। कैलिफोर्निया के गर्वनर गेविन न्यूजोम ने बुधवार को राज्य में जांच, संक्रमितों का पता करने और उन्हें पृथक करने की क्षमता बढ़ाने का वादा किया। उन्होंने कहा कि प्रमुख छह सूचकों में केवल एक की जरूरत घर में रहने के आदेश को वापस लेने के लिए है जिससे संक्रमण के स्तर में गिरावट आई है लेकिन लाखों लोगों को बेरोजगारी संबंधी सुविधा के लिए आवेदन करने पर मजबूर होना पड़ा है।
जॉन हॉप्किंस विश्वविद्यालय के आंकड़ों के मुताबिक, कोविड-19 महामारी से दुनिया भर में करीब 25 लाख लोग संक्रमित हुए हैं जिनमें से 1,77,000 से अधिक लोगों की मौत हुई है। इनमें 45,000 से अधिक मौतें अकेले अमेरिका में हुई है। स्वास्थ्य एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि संकट अभी खत्म नहीं हुआ है और घर में रहने के दिए आदेश में छूट देने से कोविड-19 के मामलों में तेजी से वृद्धि हो सकती है। कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते बड़ा आर्थिक नुकसान हो रहा है जिसकी बानगी कच्चे तेल की कीमतों में ऐतिहासिक गिरावट और मंगलवार को अमेरिकी शेयर बाजार वॉल स्ट्रीट में भारी गिरावट के रूप में देखने को मिली। एशियाई शेयर बाजारों में भी बुधवार को गिरावट का दौर जारी रहा।
अमेरिका में कांग्रेस (संसद) के उच्च सदन सीनेट ने संसद और व्हाइट हाउस (अमेरिकी राष्ट्रपति जो कार्यपालिका के शीर्ष पदाधिकारी हैं) के बीच समझौता होने पर कोरोना वायरस मदद के तहत कारोबार, अस्पतालों और जांच के लिए 500 अरब डॉलर की मदद मंजूर की। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कांग्रेस सदस्यों से इससे संबंधित विधेयक को यथाशीघ्र पारित करने का आह्वान किया था। कोविड-19 से दुनिया के सबसे प्रभावित देशों में शामिल स्पेन ने छह हफ्तों में पहली बार बच्चों को अपने घरों से बाहर निकलने की अनुमति दी। यहां बुधवार को 435 लोगों की मौत के साथ कोविड-19 से मरने वालों की संख्या 21,717 तक पहुंच गई है जो अमेरिका के बाद सबसे अधिक है। स्पेन में करीब 2,08,000 लोगों के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। स्पेन में संक्रमितों और मृतकों के आंकड़े रेखांकित करते हैं कि देश ने महामारी से कितनी बड़ी तबाही का सामना किया और जिसकी वजह से लोगों को घर में ही रहने का नियम बनाना पड़ा।
प्रधानमंत्री पेड्रो सान्चेज़ ने कहा, ‘‘ मैं उस कोशिश से वाकिफ हूं जिसकी वजह से हमारे परिवार के छोटे सदस्यों और उनके परिवारों को घर में ही रहना पड़ा।’’ सिंगापुर में विदेशी कामगारों के अस्थायी आश्रय गृहों में बड़ी संख्या में संक्रमण के मामले आए हैं जिनकी अबतक अनदेखी की गई थी। उसकी महामारी के प्राथमिक चरण में त्वरित कार्रवाई और संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों की शुरुआत में ही दक्षतापूर्वक पहचान करने के लिए प्रशंसा की जा रही थी , छोटे से द्वीपीय देश सिंगापुर में कुल संक्रमितों की संख्या 10,141 तक पहुंच गई है जिनमें 1,016 नये मामले अकेले बुधवार को सामने आए। पाकिस्तान में डॉक्टरों ने पत्र जारी कर देश के धार्मिक नेताओं और प्रधानमंत्री से उस फैसले को पलटने की अपील की है, जिसमें उन्होंने मुस्लिमों के पवित्र महीने रमजान में मस्जिदों को नमाज के लिए खोलने की अनुमति दी है।
उन्होंने चेतावनी दी कि इससे कोविड-19 मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ेगी। भारत ने दुनिया के सबसे सख्त लॉकडाउन प्रावधानों में इस हफ्ते आंशिक ढील दी, लेकिन जन स्वास्थ्य अधिकारियों को मामलों में वृद्धि का भय है। देश, संक्रमित लोगों के संपर्क में आने वालों का पता लगाने वाले ऐप ‘‘आरोग्य सेतु’’ के साथ कलाई पर बांधे जाने वाले उपकरण (रिस्टबैंड) के उपयोग की योजना बना रहा है, जिससे लोगों को संक्रमण के खतरे का पता लगाने में मदद मिलेगी। अधिकारियों ने बताया कि रिस्टबैंड की परिकल्पना 130 करोड़ की आबादी में लोगों के संपर्क का पता लगाने में इस्तेमाल श्रमबल से बचने के लिए की गई है और इसके मई तक आने की उम्मीद है।