लंदन: ब्रिटेन के विदेश सचिव बॉरिस जॉनसन आज से दो दिवसीय अमेरिकी दौरे की शुरुआत करेंगे। विदेश मंत्रालय ने बताया कि इस दौरान ईरान परमाणु समझौता , सीरिया और उत्तर कोरिया के मुद्दे एजेंडे मे शीर्ष पर होंगे। जॉनसन यहां अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस , राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन और विदेश नीति से जुड़े कांग्रेस के नेताओं से मुलाकात करेंगे। रूसी उकसावे , उत्तर कोरिया और सीरिया पर संयुक्त रूप से प्रतिक्रिया देने पर बल देते हुये जॉनसन ने कहा , ‘‘ वैश्विक विदेश नीतियों से जुड़ी कई चुनौतियां अमेरिका और ब्रिटेन के लिए समान हैं। ’’ (ब्रिटेन के शाही परिवार ने नवजात शिशु की तस्वीरें जारी की )
उन्होंने कहा , “ पश्चिम एशियाई क्षेत्र को कम सुरक्षित बनाने वाली ईरान की साइबर गतिविधियां , हिजबुल्ला जैसे समूहों को समर्थन देना और खतरनाक मिसाइल कार्यक्रम को लेकर उसके रुख से निपटने के प्रयासों में भी ब्रिटेन , अमेरिका और यूरोपीय साझेदार एकजुट हैं। ” ईरान और वैश्विक शक्तियों के बीच 2015 में हुए परमाणु समझौते को लेकर ब्रिटेन प्रतिबद्ध है लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इससे बाहर निकलने की धमकी दी है।
अमेरिका को 12 मई तक इस समझौते को नए सिरे से सहमति देनी है लेकिन ट्रंप ने उससे पहले ही इसे “ बेकार ’’ बताते हुए इससे बाहर निकलने की घोषणा की है। अमेरिका इससे अलग न हो इसलिए इस समझौते पर हस्ताक्षर करने वाले तीन यूरोपीय देशों - ब्रिटेन , फ्रांस और जर्मनी ने कई दफा ट्रंप को मनाने की कोशिश की है।
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