द हेग: नीदरलैंड में कोरोनो वायरस महामारी के कारण लगाए गए कर्फ्यू के उल्लंघन के मामले में 3,600 लोगों पर जुर्माना लगाया गया, जबकि 25 अन्य को गिरफ्तार किया गया। इसकी जानकारी पुलिस ने दी। रिपोर्ट के अनुसार, वायरस के प्रसार को रोकने के मद्देनजर यहां रात्रि 9 बजे से लेकर सुबह 4:30 बजे तक लोगों को अपने घरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है। केवल इमरजेंसी के दौरान ही बाहर निकलने की इजाजत दी गई है। पुलिस ने रविवार को कहा कि कर्फ्यू शुरू होने के बाद चहल-पहल बंद हो गई थी।
कर्फ्यू के उल्लंघन में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया था, क्योंकि इन लोगों ने सार्वजनिक हिंसा के कारण अंदर जाने से इनकार कर दिया था। जुर्माना के तौर पर 3,600 लोगों से 95 यूरो वसूला गया। उत्तरी शहर उर्क में युवाओं के एक समूह ने अशांति पैदा की, जहां पुलिस की कारों को नष्ट कर दिया गया और कोरोना परीक्षण सुविधा को आग लगा दी गई।
पुलिस के अनुसार, दो लोगों को गिरफ्तार किया गया और दर्जन भर लोगों पर जुर्माना लगाए गया। शनिवार को दक्षिणी शहर स्टीन में, 9 बजे के बाद लगभग सौ लोग इकट्ठा हुए। पुलिस के मुताबिक, जब पुलिस ने हस्तक्षेप किया, तो वहां मौजूद लोगों में से एक ने अधिकारी पर हमला कर दिया, जिससे वह घायल हो गए। इस मामले चौदह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कर्फ्यू 9 फरवरी तक जारी रहेगा।
इस बीच नीदरलैंड के बाहरी लगभग 10 कस्बों और शहरों में पुलिस के साथ झड़प करने वाले दबंगइयों की राजनेताओं और स्थानीय नेताओं ने निंदा की है। कोरोना संक्रमण के कारण लागू कर्फ्यू का कुछ लोग विरोध कर रहे थे और इस दौरान पुलिस के साथ झड़प का मामला भी सामने आया। प्रधानमंत्री मार्क रूट ने इस वाकिए की निंदा करते हुए कहा कि यह बिलकुल अस्वीकार्य है।
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