बर्लिन: जर्मनी के शहर फ्रैंकफर्ट में 30,000 कुर्दो ने तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैय्यिप एर्दोगन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। मीडिया को यह जानकारी रविवार को दी गई। खबरों के मुताबिक, कुर्दिश नववर्ष के जश्न के मद्देनजर शनिवार शाम को पूरे जर्मनी में विरोध प्रदर्शन किया गया।
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लोगों ने लोकतंत्र और 16 अप्रैल को राष्ट्रपति की शक्तियों व अधिकारों को बढ़ाने के लिए होने वाले जनमत संग्रह के मतदान में भाग नहीं लेने का आह्वान किया। जर्मनी द्वारा तुर्की के मंत्रियों को जनमत संग्रह से दो हफ्ते पहले रैली करने की इजाजत नहीं देने से दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध तनापूर्ण होते जा रहे हैं। अप्रैल में होने वाले जनमत संग्रह में लगभग 14 लाख तुर्क जर्मनी में मतदान कर सकते हैं, जिससे एर्दोगन को बजट तैयार करने संबंधी और मंत्रियों व न्यायधीशों को नियुक्त करने के साथ ही ससंद को भंग करने संबंधी शक्तियां मिल सकती हैं।
एर्दोगन ने 13 मार्च को जर्मनी के विरोध में बयानबाजी करते हुए जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल पर आतंकवादियों को समर्थन देने का आरोप लगाया था। मर्केल के प्रवक्ता ने तुर्की के राष्ट्रपति के इस बयान को बेतुका करार दिया था। एर्दोगन ने जर्मनी पर नाजी प्रथाओं का अनुसरण करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह उनके (एर्दोगन) मंत्रियों को बोलने नहीं देता है।
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